दर्रीघाट में रहने वाली अनीता टंडन रोजी मजदूरी कर किसी तरह से अपना जीवन यापन करती है। साल 2019 में उसने शिवम मोटर्स मस्तूरी से फाइनेंस में एक मोटरसाइकिल खरीदी थी, जिसका भुगतान वह लगातार किस्तों के रूप में पंजाब एंड सिंध बैंक के खाते में कर रही थी। बैंक के खाते से रकम अपने आप कट जाता था, लेकिन इधर बैंक में पर्याप्त बैलेंस ना होने से यह रकम जमा नहीं हो पाई, जिसके बाद कंपनी के एजेंट तालापारा बिलासपुर अशफाक खान उर्फ शादाब खान और हैदर शेख अनीता टंडन के घर पहुंचे और मोटरसाइकिल के स्टॉलमेंट के नाम पर उससे दो किश्तों में 5000 और 9000 की रकम ले गए, जिसका रसीद भी उन्होंने अनीता को दिया था।
अनीता निश्चित हो गई की गाड़ी का पूरा पेमेंट हो चुका है। इसके बाद वह रोजी मजदूरी करने दूसरे शहर चली गई। इसी बीच कंपनी का सीजर अमरेंद्र आया और महिला के जेठ अनिल टंडन से मिलकर बताया कि कंपनी के एजेंट अशफाक खान और हैदर शेख ने फर्जी रसीद देखकर अनिता टंडन की रकम हड़प ली और उससे हासिल 14,000 रु को कंपनी के खाते में जमा नहीं किया, इसलिए सीजर मोटरसाइकिल अपने साथ ले गया।
अनीता टंडन मोटरसाइकिल की पूरी किस्त जमा कर चुकी थी। ईट भट्टा में काम कर किसी तरह से उसने यह रकम चुकाई थी, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों के आपसी घालमेल सजा अब उसे भुगतनी पड़ रही है। इसकी शिकायत करने वह मस्तूरी थाने गई थी लेकिन महिला की शिकायत है कि पुलिस ने केवल शिकायत लेकर उसे चलता कर दिया लेकिन एफ आई आर दर्ज नहीं की। फाइनेंस कंपनी और शिवम मोटर्स के कर्मचारियों की शिकायत लेकर महिला कई बार थाने गई लेकिन पुलिस किसी तरह की कार्यवाही नहीं कर रही थी। जिसके बाद अनीता टंडन बिलासपुर के जनता दरबार पहुंची। यहां जनता दरबार की उषा आफले से अपनी शिकायत कह सुनाई जो उन्हें अपने साथ लेकर एसएसपी पारुल माथुर के पास पहुंची और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया। एसएसपी के निर्देश पर आखिरकार मस्तूरी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने महिला से फर्जीवाड़ा करने वाले तालापारा निवासी अशफाक खान उर्फ शादाब खान और हैदर शेख के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया है।