बिलासपुर छठ घाट पर पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के द्वारा स्थापित मां सरस्वती की आराधना- उपासना के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु, विशाल भंडारे में ग्रहण किया प्रसाद, देवी से मांगा विद्या, बुद्धि , ज्ञान का वरदान

प्रवीर भट्टाचार्य

उत्तर भारत के महापर्व, छठ को बिलासपुर में लोक पर्व का स्वरूप देने वाला पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच , अपनी सांस्कृतिक परंपराओं से गहरे तक जुड़ा हुआ है। उत्तरांचल में सरस्वती पूजन भी बड़ा पर्व है। घर , स्कूलों के साथ सार्वजनिक रूप से भी विद्या और ज्ञान की देवी की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाती है। उसी परंपरा को बिलासपुर में भी पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच ने कायम रखा है।

विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी बिलासपुर तोरवा छठ घाट में स्थित सामुदायिक भवन में सरस्वती पूजन का आयोजन किया गया। इस आयोजन को लेकर इस वर्ष खूब उल्लास नजर आया। बसंत पंचमी को श्री पंचमी और सरस्वती पंचमी के साथ बासंती पर्व भी कहा जाता है। आयोजन का 23 वां वर्ष था। इस दिन बासंती रंग की वस्तुएं देवी को अर्पित करने के साथ इसी रंग के वस्त्र धारण करने की भी परंपरा है। सुबह से ही समाज के बच्चे, बूढ़े , नर-नारी, सभी तैयार होकर छठ घाट पहुंचे थे। जहां विद्या ,वाणी, ज्ञान, संगीत की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना कर उनसे विद्या, बुद्धि का वरदान मांगा गया ।

परंपरा अनुसार इस दिन छोटे बच्चे विद्या अध्ययन आरंभ करते हैं। वही अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अपनी पुस्तक , कॉपी आदि देवी के चरणों में अर्पित कर उनसे विद्या बुद्धि का वर मांगते हैं । बिलासपुर में बहुत अधिक सरस्वती पूजन के आयोजन नहीं होते। गिनती के कुछ चुनिंदा आयोजनों में से एक है छठ घाट का आयोजन। बसन्त पंचमी की सुबह यहां पूजा अर्चना के पश्चात सभी ने पुष्पांजलि दी , तो वही पूर्वांचल के पारंपरिक प्रसाद मालपुआ और खीर का भोग चढ़ाकर प्रसाद स्वरूप सब में वितरित किया गया।

सरस्वती पूजा के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठानों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी परंपरा रही है। बिलासपुर छठ घाट में भी दोपहर को बच्चों द्वारा के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, वही संध्या समय आरती एवं भजन की प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर यहां विशाल भंडारे का आयोजन किया गया , जिसके लिए उत्तरांचल के पारंपरिक व्यंजन परोसे गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोग प्रसाद ग्रहण किया। बंगाल के साथ उत्तरांचल में भी देवी सरस्वती की पूजा अर्चना धूमधाम से की जाती है। उसी परंपरा के दर्शन पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के आयोजन में भी हुए। साल दर साल यह आयोजन और विशाल और भव्य होता जा रहा है। इस वर्ष भी समाज के सदस्यों के अलावा बिलासपुर शहर के श्रद्धालु बड़ी संख्या में छठ घाट देवी दर्शन और भोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे।

राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर छठ घाट में निशुल्क रक्त जांच शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें ब्लड शुगर और रक्त वर्ग की जांच की गई ।

इस अवसर पर संरक्षक मंडल के एसपी सिंह, एच पी एस चौहान, बी बी तिवारी , नरेंद्र दास , अशोक झा, दिलीप चौधरी, अनमोल झा, आनंद मोहन, पंकज सिंह, सुधीर झा, धनंजय झा, विनोद सिन्हा, राम गोस्वामी, पी सी झा, चंद्र किशोर प्रसाद, आर पी सिंह , डॉक्टर कुमुद, प्रेम रंजन सिंह, गणेश गिरी, रुपेश कुशवाहा, जेपी सिंह,अजित पंडित, सपना सराफ, जगदानंद झा, धीरज झा, संजीव झा,सुनील मिश्रा, अम्बुज झा, नारायण प्रसाद ठाकुर, सोहन झा, ललित मिश्रा रूपेश कुशवाहा,ब्रैंडन डिसूजा,विनय चंद्रा,स्मृति गुप्ता,अमल जैन , वर्तिका सिंह, गरिमा देवांगन,मांशु गुप्ता, केशव झा,कुंदन झा,आनंद झा,आशीष चौधरी, श्याम चौधरी, गोलू समेत बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे शामिल रहे।

https://youtu.be/6YNwM4gGSjE

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