आकाश मिश्रा
सड़क हादसे में घायल ट्रांसपोर्टर के नशे में होने का फायदा उठाकर आरक्षक ने उससे 50 हज़ार रुपये वसूल लिए, इधर एसएसपी को मामले की जानकारी होने पर आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया गया। घटना 31 दिसंबर रात की है।
कोरबा जिले के पाली निवासी राजेश देवनाथ पेशे से ट्रांसपोर्टर है। 31 दिसंबर की रात वह बिलासपुर के तंत्रा बार में पार्टी मनाने के बाद खाना खाने चकरभाटा स्थित काली ढाबा जा रहा था। राजेश देवनाथ ने शराब पी रखी थी। उसके साथ कार में एक 10 साल की छोटी बच्ची भी थी। इसी दौरान रात करीब 2:00 बजे सामने से आ रही कार से उसकी कार टकरा गई , जिससे राजेश के दोनों पैर फैक्चर हो गए। तो वही दोनों कार चालकों के बीच विवाद होने लगा। इसकी सूचना किसी ने 112 की मदद से पुलिस को दे दी। पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची तो राजेश देवनाथ को मुलाहिजा के लिए अस्पताल ले जाया गया । इसी दौरान उसके शराब पिए होने की धमकी देकर आरक्षक चंद्रकांत निर्मलकर ने उस से पैसों की डिमांड की और फिर अपने ड्राइवर सुमनदास मानिकपुरी के मोबाइल पे पर ₹50000 वसूल लिए।
इतने से ही दोनों का मन नहीं भरा तो अगले दिन सुबह ड्राइवर सुमन दास ने वापस राजेश देवनाथ के मोबाइल पर कॉल कर ₹30,000 की मांग की। अपना इलाज करा रहे राजेश देवनाथ ने यह बात अपने दोस्त और भाजपा नेता अभिषेक चौबे को बता दी, जिन्होंने इसकी जानकारी चकरभाटा टीआई भारती मरकाम और एसएसपी पारुल माथुर को दी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी पारुल माथुर ने आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया तो वही टीआई भारती मरकाम ने मामले में मध्यस्थता करते हुए आरक्षक चंद्रकांत से ट्रांसपोर्टर को पैसे वापस दिला दिया। बताया जा रहा है कि ट्रांसपोर्टर और उसके दोस्त ने किसी तरह की शिकायत करने से मना कर दिया, इस वजह से आरक्षक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया।