आगजनी की घटना ने मजदूर परिवार का सर्वस्व छीना, जनसेवा के लिए प्रतिबद्ध होला बाग समिति ने की पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद

आकाश दत्त मिश्रा

मुंगेली जिले के गांव बांकी में निवासरत छन्नू यादव एक ऐसा आम आदमी जिसका जीवकोपार्जन उसके रोजी मजदूरी पर निर्भर है। पत्नी, 5 छोटे-छोटे बच्चों सहित 7 लोगों का परिवार और कमाने वाला एक..! इनके साथ कुछ दिन पहले एक दुःखद घटना घटी, जिसमें इस छोटे से परिवार की कमर ही टूट गई। आवास योजना अंतर्गत इनका घर बन रहा था ।इस लिए ये परिवार बन रहे घर के बगल में ही एक झोपड़ी बनाकर अपना पूरा समान और मवेशी रख रहे थे और रात में सोने के लिए सभी पास में ही स्थित अपने भाई के यहाँ चले जाते थे। एक रात उसी दौरान घर में आग लग गई ये परिवार कुछ समझ पाता उससे पहले ही पूरा घर जलकर ख़ाक हो गया जिसमें उनकी कुल जमापूंजी 12 सौ रुपये, बच्चों के पुस्तक-कॉपी, कपड़े, बर्तन, एक गाय और एक बकरी भी शामिल थी। उनके पास केवल वही कपड़े बच गए जो वो पहने हुये थे। ऐसे में समाजसेवा एवं नर सेवा ही नारायण सेवा के उद्देश्य को लेकर सदैव काम करने वाली संस्था होलहा बाग समिति द्वारा उस परिवार को कपड़ें, सभी बच्चों के लिए पुस्तक-कॉपी, कम्पास, स्कूल बैग, ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े सहित 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद की गई। साथ ही गांव वालों से भी सहायता की अपील की गई, जिससे प्रभावित होकर गांव के बहुत से लोगों ने उस परिवार की यथासंभव मदद की।
संस्था ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे भी आसपास ऐसी छोटी-छोटी मदद जरूर करें क्योंकि मानव जीवन बड़े पुण्यों से मिलता है उसे परोपकार जैसे कार्यों में लगाकर ही हम सच्ची शान्ति प्राप्त कर सकते हैं । यही सच्चा सुख और आनन्द है । परोपकारी व्यक्ति के लिए यह संसार कुटुम्ब बन जाता है- ‘वसुधैव व्युटुम्बकम्’ महर्षि व्यास ने भी कहा है कि परोपकार ही पुण्य है और दूसरों को दु:ख देना पाप।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!