बिलासपुर के दयालबंद स्थित बिजली ऑफिस के एटीपी ऑपरेटर से डकैती मामले में फरार आरोपी धर्मेंद्र यादव को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व बिजली कर्मचारी और विकलांग 60 वर्षीय मास्टरमाइंड पिंटू यादव की अगुवाई में 7 लोगों ने डकैती को अंजाम दिया था। शाम 7:00 बजे एटीपी ऑपरेटर वीरेंद्र सोनवानी को चाकू और नकली पिस्टल दिखाकर आरोपी 13.33 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए थे। बाद में आरोपियों ने मधुबन श्मशान घाट में बैठकर लूटी हुई रकम का बंटवारा किया था। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में दिव्यांग पिंटू यादव सायकल पर भागता नजर आया था। पुलिस ने सबसे पहले उसे पकड़ा तो फिर पूरा मामला सुलझता चला गया। डकैतों ने पहले शराब पी और फिर एटीपी सेंटर में डाका डाला।
मास्टरमाइंड और नाबालिग सहित छह डकैत पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस मास्टरमाइंड सहित छह आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी, जिनके पास से 11.70 लाख बरामद हो गए थे, लेकिन इस मामले का एक आरोपी धर्मेंद्र यादव फरार चल रहा था, जिसके पास शेष रकम थी। पुलिस को सूचना मिली कि धर्मेंद्र यादव अपने पड़ोसी के घर में छुपकर सोया हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पहले ही पिंटू यादव, विक्की सिंह, मंगल सिंह गोड़, राजा गोड़, शुभम बैस और उनके एक नाबालिक साथी को गिरफ्तार कर चुकी है। इस गिरफ्तारी के साथ डकैती के सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं।