
आलोक मित्तल

बिलासपुर में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को लेकर यातायात पुलिस समय-समय पर अपनी चिंताएं व्यक्त करती रहती है, तो वहीं शहर में ब्लैक जोन की भी समय-समय पर खोज की जाती है, जहां दुर्घटनाओं की आशंका सर्वाधिक होती है। लेकिन शहर के सबसे व्यस्त सड़कों में से एक बिलासपुर रायपुर हाईवे पर जिस तरह की जानलेवा गलती की जा रही है उससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
तिफरा में काली मंदिर से आगे सब्जी मंडी से ठीक पहले मुख्य मार्ग पर डिवाइडर ब्रेक के पास दो बड़े-बड़े ब्लॉक बेहद असुरक्षित ढंग से सड़क पर रखे हुए हैं। यह ब्लॉक शायद डिवाइडर गैप से वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए रखे गए थे, लेकिन यह ब्लॉक डिवाइडर की पंक्ति में होने की बजाय बायीं ओर सड़क पर मौजूद है। अगर बिलासपुर से रायपुर जाने के दौरान कोई दुपहिया वाहन चालक किसी कार के पीछे हो और ओवरटेक करने का प्रयास करें तो वह निश्चित रूप से इन ब्लॉक से टकराकर औंधे मुंह गिरेगा। इसी तरह की स्थिति कार और अन्य वाहन चालकों के साथ भी बन सकती है ।क्योंकि सामने वाहन होने पर सड़क पर ठीक डिवाइडर के साथ सटे हुए यह भारी-भरकम ब्लॉक किसी भी हाल में नजर नहीं आएंगे। और ऐसे में कोई भी वाहन इससे टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है।

साइरस मिस्त्री की जान जिस सड़क दुर्घटना में गई थी वहां भी इसी तरह सड़क पर बाधा आने की वजह से कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। इस सड़क से हर दिन बड़ी संख्या में वीआईपी भी गुजरते हैं। जिसमें हाई कोर्ट के जज और तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल है। बावजूद इसके किसी की निगाह इस और ना जाना हैरानी का विषय है। इस सड़क पर गुजरने वाले राहगीर रोज सड़क पर मौजूद इस ब्लॉक को देखकर शिकायत करते हुए आगे बढ़ जाते हैं लेकिन इसे व्यवस्थित करने या हटाने का कोई प्रयास किसी के द्वारा भी नहीं किया जा रहा । शायद जिम्मेदार लोगों को किसी बड़े हादसे की प्रतीक्षा है।
