पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–
पखांजुर,
प्रदेश भर में धान खरीदी 1 नबंवर से शुरू हो रही है पर खरीदी के ठीक दो दिन पहले ही लैम्पस कमर्चारियों ने अपनी मांगों को ले अनिश्चित कालीन हड़ताल में चले गऐ है। धान खरीदी को मात्र दो दिन शेष है पर क्षेत्र में किसी भी धान खरीदी केंद्र में कोई तैयारी नहीं है। आलम यह है की क्षेत्र के 12 लैम्पसों के 34 धान खरीदी केंद्रों में अब तक धान खरीदने के लिए प्रभारियों की नियुक्ती भी नहीं की गई है। विगत वर्ष बांदे लैम्पस में धान खरीदी प्रभारी की नियुक्ती के लिए पैसे के लेन देन का विडियों और आडियों वायरल हुआ था एसे में इस वर्ष भी सभी धान खरीदी में पैसे ले नियुक्ती के आरोप लग रहे है।इस बार भी धान खरीदी केंद्र प्रभारियो की नियुक्ति नही की गई है।जबकि हर साल वेकेंसी जारी होती थी।और इक्छुक व्यक्ति सम्बंधित दस्तावेज के साथ फार्म भरता था और मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रभारी की नियुक्ति होती थी।परन्तु इस बार प्रभारियो की नियुक्ति नही की गई है।ऐसे में विपक्षी ने आरोप लगाये है।शंकर सरकार और असीम राय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार भ्रस्टाचार की सरकार है।निश्चित ही बन्द कमरे में लेनदेन कर प्रभारियो की नियुक्ति की जाएगी।जबकि वेकेंसी निकालना था,परन्तु ऐसा नही किया गया।अनुभवहीन लोगो को प्रभारी बना दिया जाएगा।जबकि वेकेंसी निकालकर प्रभारी भर्ती में पारदर्शिता बरतनी थी ।पर ऐसा नही हुआ।
गौरतलब है की प्रदेश सरकार इस वर्ष से धान खरीदी 1 नबंवर से कर रही है। भले ही धान खरीदी एक माह पहले शुरू हो रही हो पर केंद्रों ऐसा नहीं लगता की इन केंद्रों में दो दिन बाद धान खरीदी शुरू होगी। क्षेत्र के किसी भी धान खरीदी केंद्रों में अब तक साफ सफाई का भी काम नहीं किया गया है और न ही बारदाना पहुंचे है। इस वर्ष शासन ने सभी धान खरीदी केंद्रों में सीसी टीव्ही कैमरे लगाने के निदेर्श दिए है पर केंद्रों में इसकी भी कोई तैयारी नहीं है। परलकोट क्षेत्र के 12 लैम्पसों में 34 धान खरीदी केंद्र के माध्याम से क्षेत्र में धान खरीदी होनी है पर अब तक इन सभी केंद्रों में धान खरीदी के प्रभारियों की भी नियुक्ती नहीं हो पाई है। इस वर्ष लैम्पस के संचालक मंडल सदस्य नहीं है एसे में सभी केंद्रों में खरीदी प्रभारी की नियुक्ती लैम्पस प्रबंधक तथा प्राधिकृत अधिकारी के माध्यम से ही होना है पर केंद्र में प्रभारी की नियुक्ती के लिए अब तक कोई आवेदन ही नहीं मगांऐ गऐ है एसे में नियुक्ती को ले संशय बना हुआ है की अधिकारी किसकी नियुक्ती करने वाले है। विगत वर्ष बांदेे लैम्पस के अध्यक्ष का एक विडियों वायरल हुआ था साथ ही अध्यक्ष और सहकारिता निरिक्षक का एक आडियों भी वायरल हुआ था जिसमें केंद्र में नियुक्ती प्रभारियों की नियुक्ती के पहले पैसे लेने की बात कही जा रही थी। इस वर्ष भी नियुक्ती को ले पैसे लेन देने का आरोप लग रहे है।
इस संबध में जब बांदे लैम्पस प्रबंधक आर डी मानिकपुरी से जानकारी ली गई तो उन्होनें बताया की इस वर्ष नियुक्ती प्राधिकृत अधिकारी के माध्यम से होनी है पर इसके लिए कोई आवेदन नहीं मगांऐ गऐ है। अब तक नियुक्ती नहीं हो पाई है एक दो दिन में खरीदी केंद्र प्रभारियों की नियुक्ती की लिस्ट जारी कर दी जाऐगी।
पखांजूर लैम्पस प्रबंधक रतन हालदार ने भी यही बात कहते हुए बताया की केंद्रों में खरीदी की तैयारी पूरी की जा रही है इस वर्ष सभी केंद्रों में सीसी टीव्ही कैमरे लगाने है पर उनके लैम्पस के पास इतने पैसे नहीं है की सभी केंद्र में सीसी टीव्ही लगाऐ जा सके।
गौरतलब है कि परलकोट क्षेत्र में 12 लैम्पसों के 34 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी होती है पर इन 34 धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी करने के लिए लैम्पस के पास स्वंम के कमर्चारी नहीं है जिससे सभी केंद्र में धान ,खरीदी स्वंम के कमर्चारियों से कर सके। इस कारण हर वर्ष अधिकांश खरीदी केंद्रों में बाहरी लोगों को धान खरीदी प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जाता है। इसी नियुक्ती को ले हर वर्ष लेन देन के आरोप भी लगते रहे है। विगत वर्ष तो बांदे लैम्पस के अध्यक्ष का आडियों तथा विडियों दोनो वायरल हुआ था। इस वर्ष भी नियुक्ती को ले आरोपों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय, युवा मोर्चा अध्यक्ष शंकर सरकार ने बताया की लैम्पसों में प्रभारियों की नियुक्ती के लिए कोई आवेदन तक नहीं मंगाऐ गऐ और नेता अधिकारी मिल कर मनमानी तरीके से नियुक्ती कर रहे है। इस वर्ष धान खरीदी केंद्र में प्रभारी नियुक्त होने के लिए 3 लाख का रेट चल रहा है इसके लिए नेता और अधिकारी द्वारा पैसे लेने का काम भी पूरा हो चुका है और खरीदी की अंतिम दिन रात को सभी लैम्पसों से प्रभारियों की सूची जारी की जाऐगी ताकि विवाद शिकातय का दौर शुरू न हो पाऐ।