
आकाश दत्त मिश्रा

प्रदेश में कुछ षड्यंत्रकारियो द्वारा बच्चा चोरी गिरोह सक्रिय होने की अफवाह फैलाई जा रही है। ऐसे तत्व गरीब और मजलूमो, खासकर हिंदू साधुओं को टारगेट करते हुए जबरन उन पर अत्याचार कर रहे हैं। पिछले दिनों दुर्ग में 3 साधुओ से बदमाशों ने शराब पीने के लिए ₹5000 मांगे और साधुओ द्वारा अक्षमता जाहिर करने पर उन्हें बच्चा चोर कहते हुए पिटाई कर दी। इतना ही नहीं वहां से गुजर रहे एक जुलूस में शामिल बेवकूफ भी इन अफवाहों का शिकार होकर साधुओं की पिटाई में शामिल हो गए।
बात यहीं खत्म नहीं हुई ।छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बच्चा चोर घूमने की अफवाह ग्रामीणों में फैलाई जा रही है। इस संबंध में पॉमप्लेट भी व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रहे हैं, जिसे लेकर अभिभावक डरे सहमे है।
अफवाह फैलाया जा रहा है कि पुलिस के द्वारा इस तरह के पॉमप्लेट छपाये गए हैं। इसका खंडन करते हुए मुंगेली एसपी चंद्र मोहन सिंह ने अपील जारी की है। जिसमें उन्होंने बताया कि मुंगेली या छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस तरह का कोई सूचना या पॉमप्लेट जारी नहीं किया है। यह कुछ शरारती लोगों की कारस्तानी है , इसलिए किसी भी अफवाह पर भरोसा ना करें । ऐसी बाते भ्रामक है। मुंगेली एसपी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में किसी भी प्रकार का बच्चा चोर गिरोह सक्रिय नहीं है। त्यौहार के कारण अलग-अलग राज्यों, शहरों से विभिन्न प्रकार के व्यक्ति जैसे मजदूर, साधु, भिखारी आदि आते हैं, जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में नासमझी की वजह से बच्चा चोर समझ कर उनके साथ मारपीट की घटनाएं अंजाम दी जा रही है। पिछले दिनों दुर्ग में भी इसी तरह की घटना हुई थी जिसमें दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हुई है, इसलिए मंगली एसपी ने कहा कि अफवाहों का शिकार ना हो और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के साथ मारपीट या कोई भी अपराध ना करें। अगर संदेह हो ही रहा है तो वैधानिक कार्यवाही के लिए पुलिस को सूचित करें इसके लिए उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम और मुंगेली जिले के थानों के नंबर भी जारी किए हैं , जिस पर लोग सूचित कर सकते है।
भारत अफवाहों का देश है। अक्सर यहां ऐसे ही बेसिर पैर की बातें फैला दी जाती है, जिस पर लोग यकीन भी कर लेते हैं। बुरी बात यह है कि इस बहाने साधुओं पर षडयंत्र पूर्वक हमले किए जा रहे हैं। और अक्सर मासूम और बेकसूर आदमी इनका शिकार बनता है, वही अभिभावक भी बेवजह डरे सहमे है, जिसके लिए मुंगेली पुलिस को इस तरह सामने आना पड़ा है।
