

सरकार चाहे जो भी दावा करें लेकिन सच्चाई यह है कि बेरोजगारी इस चरम पर है कि युवा नौकरी पाने के लिए किसी भी हद से गुजर सकते हैं । एक बार असफल होने के बाद फर्जी दस्तावेज बनाकर दोबारा सीआरपीएफ में आरक्षक बनने के लिए युवक ने जालसाजी का सहारा लिया।
भरनी में सीआरपीएफ आरक्षक पद की भर्ती की जा रही है। इसी दौरान प्रवेश सिंह नाम का अभ्यार्थी दस्तावेजों की जांच के लिए पहुंचा। बायोमेट्रिक जांच के दौरान उसके पहले भी शामिल होने की जानकारी मिली। जिसके बाद उसके दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि इससे पहले 14 सितंबर को यही अभ्यर्थी दशरथ सिंह नाम से दस्तावेज की जांच और मेडिकल के लिए परीक्षा में शामिल हो चुका है।

उस वक्त अयोग्य घोषित किए जाने के बाद अब फर्जी दस्तावेज बनाकर एक बार और नौकरी की कोशिश करने पहुंचा था। इसकी जानकारी सकरी पुलिस को दी गई, जिसने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो युवक ने बताया कि वह बेरोजगारी से तंग है, इसलिए वह किसी भी कीमत पर नौकरी हासिल करने की चाहत में यह अपराध कर बैठा। फतेहाबाद आगरा उत्तर प्रदेश निवासी प्रवेश सिंह को कूट रचित दस्तावेज के आधार पर भर्ती में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसे नौकरी तो नहीं मिली उल्टे जेल जरूर जाना पड़ गया।
