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आपने अखबारों और कई जगह पर आसान लोन के लुभाने वाले विज्ञापन देखे होंगे, लेकिन इसके जरिए ठग लोगों की जीवन भर की कमाई पार कर रहे हैं। मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने के मामले में मुख्य सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इनके पास से पुलिस ने 2.55 लाख रुपये नगद और कई उपकरण भी बरामद किए हैं। शातिर ठग देशभर में जगह बदल बदल कर लोगों को ठग रहे थे।
बिलासपुर के रेलवे कॉलोनी में रहने वाले जसविंदर कुमार को अपना मकान बनाने के लिए लोन की जरूरत थी और वह ऑनलाइन वेबसाइट सर्च करने के दौरान इन ठगों के चक्कर में पड़ गए। मुद्रा फाइनेंस एवं बजाज फाइनेंस से लोन दिलाने के नाम पर ठगो ने उनसे ₹4 लाख 32 हज़ार 535 की ठगी कर ली। इसकी शिकायत तोरवा थाने में की गई थी। जांच के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि ठग बेहद शातिर है और अपना ठिकाना लगातार बदल रहे हैं। 5 सदस्यों की एक पुलिस टीम दिल्ली तथा गुड़गांव पहुंची, जहां जानकारी जुटाने से पता चला कि वर्तमान में ठग मध्य प्रदेश के कटनी से ऑपरेट कर रहे हैं । इसके बाद टीम कटनी पहुंची और फिर ठगो को धर दबोचा।
इनके पास से ठगी में इस्तेमाल मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, लैपटॉप ,टेबलेट कई बैंकों के एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेक बुक और ठगी की रकम में से ₹2लाख 55 हज़ार बरामद किया गया। मामले में इनके बैंक खातों की जानकारी जुटाकर उन्हें होल्ड करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस ने इस मामले में गिरोह के सरगना और सर्च इंजन की वेबसाइट तैयार करने वाले फूलपुर वाराणसी निवासी रविंद्र कुमार के साथ गोपालगंज बिहार में चॉइस सेंटर के माध्यम से ठगी करने वाले विकास कुशवाहा और ऑनलाइन पैसों का ट्रांजैक्शन करने वाले दरभंगा बिहार निवासी सुजीत कुमार मुखिया को गिरफ्तार किया है। इनसे कई और मामलों के खुलासे की भी उम्मीद की जा रही है।