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उड़ीसा के पूरी में रहने वाले 4 नाबालिग बच्चे अपने घरवालों को बिना बताए नौकरी की तलाश में इंदौर जा रहे थे । रेलवे पुलिस की सक्रियता से उन्हें ह्यूमन ट्रैफिकिंग से बचाया गया । मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष बिलासपुर के द्वारा रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट को यह सूचना दी गई कि पूरी- इंदौर हमसफर एक्सप्रेस में चार नाबालिग बच्चे बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं और उनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही है । सूचना मिलने पर उप निरीक्षक कुलदीप सिंह और आरक्षक पीएम बगड़िया प्लेटफार्म नंबर 3 पर हमसफर एक्सप्रेस के पहुंचते ही उस गाड़ी में पहुंचे जहां उन्हें पूरी जगन्नाथ मंदिर के पास रहने वाले तीन नाबालिग बालक और एक 17 वर्षीय बालिका मिली। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सभी पुरी में जगन्नाथ मंदिर के आसपास पार्वती नगर में रहते हैं और नौकरी की तलाश में घर वालों को बिना बताए इंदौर जा रहे थे। इन बच्चों को चाइल्डलाइन हेल्प ग्रुप के माध्यम से रेलवे चाइल्ड लाइन बिलासपुर की टीम मेंबर उपासना दुबे को उचित कार्रवाई हेतु सुपुर्द किया गया। सभी बच्चों को रेलवे चाइल्ड लाइन बिलासपुर के द्वारा चिल्ड्रन वेलफेयर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।