
आकाश दत्त मिश्रा

हमारे देश में कुछ लोग इस कदर नकारात्मकता से भरे हुए हैं कि उन्हें आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हर घर तिरंगा योजना पर भी ऐतराज है। सोशल मीडिया पर ऐसे ही फूफाओ की नाराजगी दिखती है। एक खास विचारधारा से पोषित कई कार्टूनिस्ट भी हर घर तिरंगा फहराने को लेकर कार्टून बनाकर खुद को उच्च कोटि का बुद्धिजीवी साबित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे शायद भूल जाते हैं कि इस प्रयास में वो अपने ही देश और राष्ट्र ध्वज का जाने अनजाने अपमान कर रहे हैं । पिज़्ज़ा बर्गर , होटल, सैरसपाटे, मल्टी प्लेस में फिल्म देखने पर हजारों रुपए उड़ाने वाले यह सवाल खड़े कर रहे हैं कि आम आदमी तिरंगा कहां से खरीदेगा ? क्योंकि कथित रूप से भारत में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है।

लिहाजा ऐसे ही फुफाओं की नाराजगी दूर करने और हर आम भारतीय को निशुल्क तिरंगा उपलब्ध कराने का भी सरकारी प्रयास आरंभ किया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक मनाए जाने वाले स्वतंत्रता सप्ताह के तहत हर आम आदमी अपने घर, दुकान, दफ्तर, संस्थान में तिरंगा लहरा सके, इसके लिए बिलासपुर नगर निगम ने अभिनव प्रयास किया है । सोमवार 8 अगस्त से विकास भवन में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का निशुल्क वितरण किया जाएगा। वैसे तो कई स्व सहायता समूह द्वारा आरम्भ से ही बेहद कम मूल्य पर तिरंगा उपलब्ध कराया जा रहा था, लेकिन जो इसे भी खरीदने की ताकत नहीं रखते, उनके लिए सोमवार से विकास भवन में निशुल्क तिरंगा झंडा प्रदान किया जाएगा। इसके लिए नागरिकों को आधार कार्ड लेकर आना होगा और कुछ आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर वे निशुल्क झंडा प्राप्त कर सकते हैं ताकि उसे वे अपने घर पर लगा सके। निशुल्क झंडा वितरण सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक किया जाएगा ।

इस बीच मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर, महापौर, विधायक ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे हमर तिरंगा अभियान का हिस्सा बनते हुए अपने घरों में तिरंगा फहराये और अपने देश भक्ति की भावना को प्रदर्शित करते हुए देश विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दे। कलेक्टर सौरभ कुमार ने भी कहा कि तिरंगा केवल हमारा राष्ट्रीय ध्वज नहीं बल्कि हमारी एकता और गौरव का भी प्रतीक है। नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी ने बताया कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर शहीदों की याद में तिरंगा फहराना हर सच्चे भारतीय का कर्तव्य है। इस बीच ऐसे भी कई संगठन उभर कर आए हैं जिन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान का विरोध किया है। राहत की बात है कि ऐसे सभी विध्वंसकारी संगठन छत्तीसगढ़ के बाहर ही है, वैसे होना उन्हें देश से बाहर चाहिए।

