
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजूर–
देश के सर्वापद राष्ट्रपति पर द्रौपती मुर्मू के आसीन होने पर आदिवासी समाज के गौरव के साथ – साथ पूरे देश के लिए बड़ी बात है । आदिवासी समाज के लिए यह बहुत बड़ा निर्णय रहा । कांग्रेस के सांसद ने जो बयान दिया है , वो पूर्ण गलत है , उनको माफी माँगना चाहिए । उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के कांकेर जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अशीम राय ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहीं । भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अशीम राय ने कहा कि कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन द्वारा राष्ट्रपति के बारे में टिप्पणी करना कि राष्ट्रपति नहीं राष्ट्रपत्नी अपने संबोधन में बोलना कहीं न कहीं यह कांग्रेस के सोच को उजागर करता है । आदिवासी समाज की महिला राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद पर पदस्थ होने से कांग्रेसी उसको पचा नहीं पा रहें हैं । इतिहास गवाह है कांग्रेस हमेशा आदिवासी , दलित , शोषित समाज को वोट बैंक के रूप में ही उपयोग करती रही है , जबकि भारतीय जनता पार्टी को जब – जब केंद्र में अवसर प्राप्त हुआ , तब – तब आदिवासी के हितों और संरक्षण के लिए काम किया है । भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जब भारत देश के प्रधानमंत्री थे तो मानव संसाधन विकास विभाग से अलग करके केंद्र सरकार में जनजाति ट्राइबल विभाग का गठन किया । यह कितना बड़ा दुर्भाग्य था कि कांग्रेस के राज में इतने बड़े आदिवासी समाज के लिए अलग से विभाग नहीं था और कांग्रेस हमेशा आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में उपयोग करती रही है । भाजपा के कांकेर जिला उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व शीर्ष नेतृत्व ने आदिवासी समाज को समाज को हमेशा आगे करने का प्रयास किया । पूर्व में भी पूर्वोत्तर के आदिवासी नेता पीए संगमा को भारतीय जनता पार्टी एनडीए गठबंधन ने राष्ट्रपति प्रत्याशी बनाया था , लेकिन उस समय भी कांग्रेस के विधायक , सांसद ने आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनने नहीं दिया । भारतीय जनता पार्टी आज जब पूर्ण बहुमत में है , तब आदिवासी समाज के एक महिला को राष्ट्र के सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति के रूप में पद आसीन होने का अवसर प्राप्त हुआ है । कांग्रेस के सांसद ने जो बयान किया है , उस पर उनको माफी मांगना चाहिए । कांग्रेस सही में आदिवासी हितैषी है , तो ऐसे सांसद को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए ।