
आलोक मित्तल

मोटरसाइकिल चोरी करने वाले बड़े चोर गिरोह को पकड़ने में बिलासपुर पुलिस को कामयाबी हाथ लगी है। गिरोह के पास से 11 मोटरसाइकिल बरामद किए गए हैं, जिनकी कीमत 8.5 लाख रुपए के करीब है। इस मामले में तीन आरोपी पकड़े गए हैं, तो वहीं चोरी के वाहन खरीदने वाले पांच खरीददारों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
ए सी सी यू के हाथ एक और बड़ी कामयाबी हालिया दिनों में लगी है। बिलासपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार मोटरसाइकिल चोरी होने की वारदात के बाद पुलिस ने यह जिम्मेदारी ए सी सी यू को सौंपी थी।
प्रभारी हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में टीम मोटरसाइकिल चोरी के संदिग्धों से पूछताछ कर ही रही थी कि इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि ग्राम डंगनिया मस्तूरी निवासी धीरेंद्र टंडन की गतिविधियां संदिग्ध है । धीरेंद्र पूर्व में भी मोटरसाइकिल चोरी और उन्हें बेचने के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा था । जब पुलिस ने संदेही धीरेंद्र टंडन को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो फिर कड़ी खुलती चली गई। पता चला कि पिछले 6 माह से लगातार सक्रिय धीरेंद्र अपने भाई वीरेंद्र टंडन तथा मित्र दुर्गेश सूर्यवंशी के साथ मिलकर बिलासपुर के कोनी, सरकंडा, कोतवाली, तार बाहर और अन्य क्षेत्रों में लगातार मोटरसाइकिल चोरी कर उन्हें बेच रहा था। गिरोह की निशानदेही पर बिलासपुर पुलिस ने उनके पास से 11 नग मोटरसाइकिल जप्त की है जिसकी कीमत ₹8,50,000 आंकी गई है। इनमें से अधिकांश मोटरसाइकिल चोरी या गुमशुदगी की रिपोर्ट अलग-अलग थानों में दर्ज है।

इस कार्यवाही में थाना प्रमुख परिवेश तिवारी उपनिरीक्षक प्रसाद सिन्हा उप निरीक्षक अजय वारे, सहायक उपनिरीक्षक जीवन साहू आरक्षक दीपक उपाध्याय बलवीर सिंह सरफराज खान विवेक राय सत्या पाटले दीपक यादव, नवीन एक्का, प्रधान आरक्षक नरेंद्र डिकसेना की उल्लेखनीय भूमिका रही।
पुलिस ने इस मामले में डंगनिया मस्तूरी निवासी धीरेंद्र टंडन, वीरेंद्र टंडन और बाजार पारा सीपत निवासी दुर्गेश सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया है, तो वही मोटरसाइकिल खरीदने वाले मटियारी सीपत निवासी ललित सूर्यवंशी, किसान परसदा मस्तूरी निवासी मुकेश सूर्यवंशी , जानी सूर्यवंशी, नहर पारा सीपत निवासी जितेंद्र महिलांगे, अनिल सूर्यवंशी को भी गिरफ्तार किया है।
