आकाश दत्त मिश्रा
चर्चित नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी द्वारा पूछताछ के विरोध में शुक्रवार को प्रदेश भर में प्रदर्शन किया गया ।मुंगेली में भी जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य पड़ाव चौक पर एकत्रित होकर भाजपा के खिलाफ हल्ला बोलते नजर आए। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गुरुवार को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब सवा 2 घंटे पूछताछ की गई। दूसरे दौर की पूछताछ के लिए उन्हें 25 जुलाई को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने 28 में से 27 सवालों के जवाब दिए हैं। इधर विपक्ष समेत कांग्रेसी पूरी कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं, जिसके विरोध में गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेसियों ने रायपुर में ईडी दफ्तर के सामने अपनी ताकत दिखाई थी।
अब सभी मुख्यालयों में कांग्रेसी अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं । कांग्रेस नेता ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले नेशनल हेराल्ड अखबार को बचाने के लिए कांग्रेस फंड से 90 करोड़ दिए गए थे, इसमें मनी लांड्रिंग से इनकार करते हुए कांग्रेसी इसे घर का मामला बता रहे हैं, लेकिन वही नेशनल हेराल्ड की दो हजार करोड़ की संपत्ति की खरीदी के लिए बने यंग इंडिया कंपनी के बारे में कांग्रेसी चुप्पी साधते नजर आए।
मुख्यमंत्री की तर्ज पर मुंगेली में भी स्थानीय नेताओं ने चुनौती दी कि यदि ईडी की पूछताछ में दम है तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ का लाइव प्रसारण किया जाए । कांग्रेसियों ने कहा कि सोनिया गांधी देश की बहू है और देश की करोड़ों जनता उनके साथ है। मुंगेली में जिला भर से जुटे कांग्रेसी नेताओं ने मोदी सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष को खत्म करना चाहती है, इसीलिए बीमार सोनिया गांधी को पूछताछ के बहाने परेशान किया जा रहा है। इस मामले में बिना किसी एफ आई आर के नियम विरुद्ध सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ की जा रही है। दरअसल कांग्रेसी नेता चाहते हैं कि देश भर में ईडी और केंद्र सरकार पर इस तरह दबाव बनाया जाए ताकि अगली सुनवाई के नाम पर ईडी कांग्रेस अध्यक्ष को अपने दफ्तर ना बुलाए, हालांकि जिस समय राहुल गांधी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था उस वक्त भी कांग्रेसियों ने देश भर में बड़ा आंदोलन किया था, लेकिन उसका केंद्र सरकार और ईडी पर खास प्रभाव नहीं पड़ा, इसलिए इस आंदोलन का भी खास असर इस पूछताछ पर पड़ेगा ऐसा लगता नहीं।
इस दौरान कई बार बारिश ने खलल पैदा किया, लेकिन फिर भी कांग्रेसी बारिश के बीच भी डटे रहे। केंद्र सरकार की कथित तानाशाही पूर्ण रवैये की खिलाफत करने वालों में पूर्व विधायक चुरावन मंगेशकर, छाया विधायक राकेश पात्रे, संजीत बनर्जी, जाहिदा बेगम, रूपलाल कोसरे, स्वतंत्र मिश्रा, मंजू शर्मा, रत्नावली कौशल, रोहित शुक्ला, संजय जयसवाल, संजय यादव समेत बड़ी संख्या में जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। हालांकि इस धरना प्रदर्शन में कई बड़े कांग्रेसी चेहरे नदारद दिखे।