
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजुर–
छत्तीसगढ़ में आज आपातकाल जैसे हालात कांग्रेस ने निर्मित कर दिया है हाल ही में राज्य सरकार द्वारा एक तुगलकी फरमान जारी किया गया है , जिसके तहत किसी भी तरह के धरना प्रदर्शन करने से पहले प्रशासन से अनुमति लेना होगा , इस आदेश से यह तो स्पष्ट हो गया की प्रदेश कांग्रेस सरकार डरी हुई है । उक्त बातें वरिष्ट भाजपा नेता प्रितपाल सिंह (प्रदेश कार्य समिति सदस्य अल्प संख्यक मोर्चा छ.ग भाजपा)ने कहा।
सिंह का कहना है कि आज जिस तरह पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ आक्रोष जनता के बीच दिख रहा और जिस तरह कर्मचारी , मजदूर , किसान , बेरोज़गार युवा , महिलाएँ अपने माँगो को लेकर कांग्रेस के खिलाफ सड़क पर उतर रहे , जिसके चलते राज्य सरकार डर गई है और इस तरह का तुगलकी फरमान जारी कर आंदोलनों को रोकने का नाकाम प्रयास सरकार कर रही , पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को शायद यह नहीं पता की जनता द्वारा अपने अधिकार की लड़ाई के लिए आंदोलन करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।जिसे कुचलने का प्रयास प्रदेश सरकार कर रही लेकिन यह बात कांग्रेस सरकार जान ले की ऐसे तानाशाही शासकों से न डरी है,न डरेगी और जनहित के लिए सतत सड़क की लड़ाई लड़ेगी।प्रितपाल सिंह ने और कहा कि सन 1975 में तत्कालीन प्रधनमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने भी देश मे आपातकाल लगाकर देश के लोकतंत्र की हत्या की थी जिसका जवाब 1977 के लोकसभा के चुनाव में देश मे जनता ने जवाब दिया था जिसमे कांग्रेस का सुपरा साफ हो गया था स्वम इंदिरा गांधी भी चुनाव हार गई थी वही परिस्थिति 2023 के चुनाव में कांग्रेस की फिर से होने वाली है ।प्रदेश के मुख्यमंत्री आज कल हवाई सफर पर निकलकर भेंट मुलाकात कार्यक्रम कर रहे , जो पूरी तरह प्रायोजित कार्यक्रम है , जहां चयनित लोगों को सामने रख बात किया जाता है । आम जनता को बोलने का अवसर ही नहीं दिया जाता , उसका सीधा कारण है प्रदेश की जनता को न योजनाओं का लाभ दे रही , न ही अपने किए वादों पर खरा उतर रही है । मुख्यमंत्री सीधे जनता से मिलेंगे , तभी हकीकत पता चलेगी ।
