
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजुर–
2023 विधानसभा चुनाव में मंतूराम ने निर्दलीय लड़ने तैयारी शुरू करते प्रीति भोज राजनीति शुरू की है । आमाबेड़ा के पूपगांव में आयोजित प्रीतिभोज में बड़ी संख्या में कांग्रेस व भाजपा नेता कार्यकर्ता नजर आए और खुलकर मंतूराम को निर्दलीय चुनाव लड़ाने की बात कही । 2014 का अंतागढ़ उपचुनाव मंतूराम के कारण प्रदेश ही नहीं पूरे देश में सुर्खियों में रहा था । इस चुनाव में कांग्रेस से एकमात्र नामांकन दाखिल करने वाले मंतूराम पवार ने अंतिम समय में अपना नामांकन वापस ले लिया था । इसके चलते भाजपा प्रत्याशी को यहां एकतरफा जीत मिली थी । कांग्रेस ने पार्टी से निकाला तो मंतूराम ने भाजपा का दामन थाम लिया था । 2018 में सरकार बदली तो अंतागढ़ उपचुनाव की फाइल फिर खुलने लगी , तब मंतूराम ने रमन सिंह के खिलाफ बयान दिया था जिसके बाद भाजपा ने भी मंतूराम को पार्टी से बाहर कर दिया था । बैठक में पूर्व नपं अध्यक्ष प्रफुल्ल मंडावी , कांग्रेस नेता प्रदीप तुरतुरिया , हरी नेगी , राजकुमार टांडिया , मनोराय , अखिल हीरा , रतन राय के अलावा भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष जगबंधु विश्वास , पवित्र बनिक आदि थे ।
आमाबेड़ा में आयोजित की गई बैठक के दौरान पूरे विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में कांग्रेस और भाजपा के मेरे समर्थक खुलकर सामने आए।इस वर्ष होने वाली बारिश के बाद पखांजुर क्षेत्र में बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे है।

प्रीतिभोज में कोयलीबेड़ा , अंतागढ़ , पखांजूर , बांदे के कांग्रेस और भाजपा के लोग आए । कांग्रेस नेता अंतागढ़ जनपद उपाध्यक्ष कलार समाज प्रमुख भुवन जैन ने कहा कांग्रेस नेताओं की चलती तो मैं जनपद उपाध्यक्ष नहीं होता । पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस नेता संजय ध्रुव ने कहा पद में बैठे लोग कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते । बैठक में कोयलीबेड़ा , परलकोट , अंतागढ़ , आमाबेड़ा , पोडगांव , भैंसासुर , ताड़ोकी , कोलर , सरंडी से समर्थकों ने मंतूराम के निर्दलीय चुनाव रु लड़ने का समर्थन किया ।
भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष , जगबंधु विश्वास ने कहा बैठक में किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई । पखांजूर को जिला बनाने के लिए अंतागढ़ व आमाबेड़ा के लोगों से सहमति बनाने बैठक की गई थी । बैठक में सहमति नहीं बन पाई । बता दें कि मंतूराम पवार ने कहा आमाबेड़ा में समर्थकों की बैठक से पहले कोयलीबेड़ा , ताड़ोकी , कोलर , सरंडी में बैठक की गई थी जिसमें समर्थकों के व रुझान को देखते निर्दलीय चुनाव लड़ना तय किया।
