‘लोकतंत्र की रक्षा हेतु भाजपा ने धरना देकर किया जेल भरो आन्दोलन’ लगभग 3000 कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी

आकाश दत्त मिश्रा

मुंगेली/ आपातकाल जैसा दंश देने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार अब असहमति के हर आवाजों का दमन करना चाहती है। उसने एक काला आदेश निकाल कर रैलियों और प्रदर्शनों पर कडे प्रतिबन्ध और शर्तों को थोपने का काम किया है। ये बातें पूर्व मंत्री व विधायक पुन्नूलाल मोहले ने धरना रत कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। धरना के बाद कलेक्ट्रेट गेट पर लगभग 3000 कार्यकर्ताओं ने करही के अस्थायी जेल में गिरफ्तारी दी।


पूर्व मंत्री व विधायक पुन्नूलाल मोहले व वरिष्ठ नेताओं की अगुवाई में जिला मुख्यालय के करही स्थित पेट्रोल पंप के सामने सड़क पार खाली स्थान पर धरना प्रदर्शन व जेल भरो आंदोलन किया। श्री मोहले ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार के 19 बिंदु के काला आदेश (कानून) को जारी कर जनता को संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। इस आदेश से राजनीतिक विरोधियों पर नियंत्रण का प्रयास किया गया है। जनता के हित में भारतीय जनता पार्टी सड़क पर उतर कर ऐसे कानूनों का विरोध करती रहेगी।प्रदेश मंत्री श्रीमती अंजू राजपूत ने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के सपनों को छलने का काम किया है। जिस जनता ने उसे सत्ता सौंपी, उसी के साथ वह बर्बरता की सीमा लांघते हुए उनके लोकतांत्रिक अधिकारों की नृशंस हत्या कर रही है। जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेश पाठक ने कहा कि भूपेश सरकार ने एक तुगलकी आदेश जारी कर प्रदेश भर के सभी निजी, सार्वजानिक, धार्मिक, राजनीतिक अन्य संगठनों द्वारा प्रस्तावित आयोजनों पर जिसमें भीड़ आती हो, उसे रोकने के लिए 19 बिंदुओं की शर्तें लगाई गयी हैं, और उसका कठोरता से पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है । इन शर्तों का पूरी तरह पालन कर कोई भी बड़ा धार्मिक / राजनीतिक / सामाजिक आयोजन संभव ही नहीं है। अतः सीधे तौर पर सरकार यह चाहती है कि जन संगठनों के विरोध प्रदर्शनों को, असहमति की आवाज़ को, विपक्ष को, धार्मिक भावनाओं को अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचल दे। ऐसे समय पर जब कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश के किसान, युवाओं के साथ धोखा जब शिक्षक अभ्यर्थी, विद्या मितान, पुलिस अभ्यर्थी, बिजली कर्मचारी, कोरोना वारियर्स, संविदा कर्मी, आदिवासी, महिलायें, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं…. सभी अपनी मांगों को लेकर मैं आंदोलित हैं,अतः आंदोलनों को दबाने यह कार्य किया गया है। आयोजकों से हलफनामा लिया जाना सबसे आपत्तिजनक व असंवैधानिक है। आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस फिर उसी दिशा में आगे बढ़ रही है।

धरना प्रदर्शन को प्रेम आर्य,धनीराम यादव, शिवप्रताप सिंह,लक्ष्मीसेवक पाठक,रवि शर्मा,विनय साहू,दीनानाथ केशरवानी,श्रीमती रजनी मानिक सोनवानी,श्रीमती शीलू साहू,श्रीमती दुर्गा साहू,राजेन्द्र सलूजा,महेंद्र खत्री,धनेश साहू ने भी संबोधित किया। संचालन सुनील पाठक एवं आभार गुरमीत सलूजा ने किया। इस अवसर पर जिले के सभी 9 मण्डलो के मण्डल अध्यक्ष व मोर्चा प्रकोष्ठों के अध्यक्ष अपने पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्यों के साथ उपस्थित रहे। जिनमें मुंगेली नगर मण्डल अध्यक्ष राणाप्रताप सिंह,मुंगेली ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष शंकर सिंह,सेतगंगा मण्डल अध्यक्ष सोम वैष्णव,जरहागांव मण्डल अध्यक्ष नरेश पटेल,लोरमी उत्तर मण्डल अध्यक्ष दिनेश साहू,गोड़खामही मण्डल अध्यक्ष महाजन जायसवाल, देवरहट मण्डल अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, पथरिया मण्डल अध्यक्ष हरिशंकर वर्मा,सरगांव मण्डल अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर, तथा व्यवस्था में प्रमुख रूप कोटूमल दादवानी,समीर आहिरे,आशुतोष पाण्डेय,नितेश भारद्वाज, उमाशंकर साहू,रामशरण यादव,मुकेश रोहरा,यश गुप्ता, अरविंद सिंह, सुनील सोनी उपस्थित रहे।

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