कोटा से यूनुस मेनन
बिलासपुर- रेल मंत्री के दौरे से पहले कांग्रेस ने रेलवे के मनमानी के खिलाफ़ आंदोलन तेज कर दिया है। ज्ञापन और मांग पत्र सौंपने के बाद अब कांग्रेस छोटे स्टेशनों में धरना प्रदर्शन और घेराव कर रेलवे के नीतियों का विरोध कर रही है। इसी कड़ी में आज जिला कांग्रेस कमेटी ने करगी रोड कोटा रेलवे स्टेशन के बाहर हल्ला बोला। यहां स्टेशन के बाहर धरना और घेराव कर कांग्रेसियों ने रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस ने रेलवे की नीतियों का विरोध जताते हुए कहा कि, सबसे ज्यादा आय वाला जोन होने के बावजूद यहां के रेल यात्रियों को रेल सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। रेल प्रशासन अपने मनमाने फैसले से लगातार रेल सुविधाओं की अनदेखी कर रहा है। पहले से जहां बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया गया है वही चलने वाली ट्रेनों के भी स्टॉपेज भी छोटे स्टेशनों में खत्म कर दिए गए हैं।
जिससे रेल यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छोटे स्टेशन से रोजगार सहित अन्य काम के लिए अपना जीविकोपार्जन चलाने आने जाने वाले रेलयात्री सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। दूसरे साधनों से आवागमन में उन्हें अतिरिक्त आर्थिक झेलना पड़ रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी में बताया कि, रेलवे के कारगुजारीओं के खिलाफ कांग्रेस में चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है। जिसमें पहले चरण में रेलवे स्टेशनों में ज्ञापन व मांग पत्र सौंपा गया है। जिसके बाद दूसरे चरण में रेलवे स्टेशनों के बाहर धरना व घेराव कर कॉन्ग्रेस आम जनता के हित में रेल सुविधाओं के विस्तार की मांग कर रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने बताया कि, इसके बावजूद रेल सुविधाओं की अनदेखी करने पर जिला कांग्रेस कमेटी आने वाले दिनों में भूख हड़ताल और जिला मुख्यालय में डीएम कार्यालय का घेराव कर रेल रोको आंदोलन तक के लिए बाध्य होगी। जिला कांग्रेस ने रेल मंत्री के दौरे का भी विरोध करने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि पिछले काफी समय से भारतीय रेल ट्रेनों को रद्द कर रही है तो वहीं छोटे स्टेशनों में ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं देने से इन स्टेशनों से यात्रा करने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ गई है ऐसे में अब जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा इस चरणबद्ध आंदोलन के बाद उम्मीद है कि रेल प्रशासन सोई हुई नींद से जागेगा और यात्री सुविधा को देखते हुए इस दिशा में कोई निर्णय लेगा।