आकाश सिंह पवार
10 फरवरी से अस्तित्व में आ रहे नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही के अस्थाई बन रहे जिला मुख्यालय को लेकर खींचतान प्रारंभ हो गई हैं नवनियुक्त नगर पंचायत उपाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहां है की जिला मुख्यालय पेंड्रा का हक है और इसे पेंड्रा में ही बनना चाहिए वर्षों पुरानी पेंड्रा जिले की मांग को न मानकर शासन ने पेंड्रा के साथ अन्याय करते हुए जिले का नाम गौरेला पेंड्रा मरवाही रख गौरेला नाम से प्रारंभ किया जबकि जिले का नाम पेंड्रा होना था अब मुख्यालय भी अगर गौरेला को देंगे तो यह पेंड्रा मरवाही वासियो के साथ घोर अन्याय होगा वही पेंड्रा में मुख्यालय खोलने के तर्क को सही बताते हुए तिवारी ने कहा की प्रस्तावित टीकर हॉस्टल के नए भवन की दूरी मुख्य सड़क से 2 किलोमीटर है तथा यह नवनिर्मित जिले एक कोने में पड़ता है तथा यंहा नवनिर्मित भवन के अलावा कोई भी ऐसी सुविधाएं नहीं है जिससे वहां जिला मुख्यालय बनाया जाए और आने जाने वाले लोगो को सुविधा मिल सके जबकि प्रस्तावित पेंड्रा फिजिकल कॉलेज भवन के लिए मांग करते हुए उन्होंने बताया यह भवन मुख्य सड़क से मात्र 200 मीटर की दूरी पर है यहां आसपास में और भी शासकीय भवन है जो अस्थाई जिला मुख्यालय भवन की योग्यता पूरी करते है जैसे आईटीआई भवन डाइट भवन आदि जो नवनिर्मित जिले के एकदम मध्य में स्थित है यहां जिला मुख्यालय बनने से पेंड्रा मरवाही गौरेला क्षेत्र के सभी नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में सुविधा तथा सहजता मिलेगी और उन्होंने बताया कि अगर प्रस्तावित मुख्यालय गौरेला में बनाया जाता है तो यह पेंड्रा मरवाही के साथ यह घोर अन्याय होगा तथा इसका वह पुरजोर विरोध करेंगे वहीं शासन से मांग की प्रस्तावित जिला मुख्यालय भवन फिजिकल कॉलेज में बनाया जाए।