कर्ज के बोझ तले दबकर परेशान हाल शिक्षक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली । सकरी सरकारी प्राइमरी स्कूल में बतौर सहायक शिक्षक पदस्थ मुकद्दर सिंह सोनवानी उसलापुर शिक्षक कॉलोनी का रहने वाला था । विवाहित और भरे पूरे परिवार में रहने वाले शिक्षक ने अलग-अलग कारणों से कई लोगों से कर्ज लिया था। कर्ज़ की यह रकम लाखों रुपए में थी जिसे वह नहीं पटा पा रहा था। लगातार कर्जदारो द्वारा तकादा किए जाने से परेशान शिक्षक ने गुरुवार दोपहर करीब 11:00 बजे अपने ही मकान के छत पर जाकर फांसी लगा ली । हैरानी इस बात की है कि उस वक्त घर में सभी सदस्य मौजूद थे और किसी को उनके इस कदम की भनक तक नहीं लगी। मृत शिक्षक मुकद्दर सिंह सोनवानी ने अपने पीछे एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है , जिसमें उन्होंने कर्ज़ का जिक्र करते हुए अपने पिता से निवेदन किया है कि वह उनके हिस्से का खेत बेचकर कर्जदारो का कर्ज चुका दे। मृतक ने यह भी लिखा कि उन्होंने अधिकांश गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों से ही उधार लिया है इसलिए उनका कर्ज चुकाने से मृतक की आत्मा को शांति मिलेगी। सुसाइड नोट में बीमा पॉलिसी का भी जिक्र है और दावा किया गया है कि इससे 10 लाख रुपए तक की मदद मिल जाएगी। वहीं उन्होंने कर्ज देने वालों से भी आग्रह किया है कि वे केवल अपना मूलधन ही ले। साथ ही मृतक मुकद्दर ने अपने स्थान पर अपनी पत्नी अंजुला सिंह की अनुकंपा नियुक्ति की भी गुजारिश की है। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पत्नी अंजुला सिंह से आग्रह किया कि उनके मरने के बाद वह पुनर्विवाह कर ले । पेशे से शिक्षक मुकद्दर सिंह ने सिम्स में देहदान करने का भी जिक्र सुसाइड नोट में किया है। कर्ज के बोझ तले दबे सहायक शिक्षक पर किस तरह का दबाव था जिसके चलते उन्हें मौत को गले लगाना पड़ा, इसकी जांच सकरी पुलिस कर रही है। वही शिक्षक के इस तरह मौत को गले लगाने से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया। यही कारण है कि उसलापुर के शिक्षक कॉलोनी में हर चेहरे पर मातम नजर आया।