
प्रवीर भट्टाचार्य
एक बार फिर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर कई बेरोजगार युवकों से लाखों रुपए की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शनिवार को तोरवा थाने पहुंचकर दो पीड़ित युवकों ने अपनी आपबीती सुनाई। बिलाईगढ़ सिविल कोर्ट में बतौर डाटा एंट्री ऑपरेटर काम करने वाले विजेंद्र सिंह ठाकुर ने इन युवकों को झांसा दिया था कि वह अपने कोर्ट की महिला मजिस्ट्रेट का बेहद करीबी है और उन्हीं के नाम का इस्तेमाल करते हुए उसने युवकों को रेलवे में आसानी से नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। इसके एवज में उसने सभी से साडे 9 लाख रुपये की मांग की थी। रेलवे में स्थाई नौकरी के झांसे में आकर कई युवकों ने विजेंद्र सिंह ठाकुर को साडे 9 लाख रुपए अलग-अलग किस्तों में दे दिए, लेकिन उसने किसी की भी नौकरी नहीं लगाई और ना ही रकम वापस लौटाई। बिलासपुर नूतन चौक में रहने वाला सनी प्रजापति भी उसका शिकार बना। इसी तरह तखतपुर मुरू गांव का रहने वाले हेमंत पटेल से भी विजेंद्र सिंह ठाकुर ने साढ़े नौ लाख रुपए ऐठ लिए। धमतरी के दुर्गा पटेल जैसे और भी कई युवकों से विजेंद्र सिंह ठाकुर ने अलग-अलग तिथियों पर लाखों रुपए लिए हैं। यह रकम करोड़ों में पहुंचने की बात कही जा रही है। इस मामले में तोरवा पुलिस ने हेमंत पटेल और सनी प्रजापति की शिकायत पर मामले को जांच में ले लिया है। उम्मीद की जा रही है कि विजेंद्र सिंह ठाकुर एक मोहरा हो सकता है । कोई पूरा रैकेट रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर इस तरह का गोरखधंधा कर रहा है। पुलिस अगर ईमानदारी से जांच करें तो कई सफेदपोश चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि विजेंद्र सिंह ठाकुर ने दर्जनभर से अधिक बेरोजगार युवकों के साथ फर्जीवाड़ा किया है जिसका खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा।
