आलोक
अपने ट्विटर बम से बिलासपुर रेलवे स्टेशन में हड़कंप मचाने वाले जगदेव साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुकिंग काउंटर की महिला रेल कर्मी द्वारा उसके साथ की गई बदतमीजी का खामियाजा पूरे विभाग को भुगतना पड़ा। यह सभी जानते हैं कि रेलवे के टिकट बुकिंग काउंटर में मौजूद कर्मचारी किस तरह ग्राहकों से बदसलूकी करते हैं लेकिन इसकी कीमत इस तरह से चुकानी पड़ेगी यह किसी ने नहीं सोचा था। असल में बेमेतरा जिले के ग्राम खेलेका का रहने वाला जगदेव साहू 23 जनवरी को बिलासपुर से रायपुर की ओर सफर कर रहा था ।जब वह बुकिंग काउंटर में टिकट लेने पहुंचा तो वहां मौजूद महिला बुकिंग क्लर्क ने उसके साथ बदतमीजी करते हुए उसे अनपढ़, गंवार, छत्तीसगढ़िया कहा और उसके 5 रुपये भी नहीं लौटाये। यह बात उसके दिल को छू गई। उसने आईआरसीटीसी के ट्विटर अकाउंट पर इसकी शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन उस पर कार्यवाही नहीं हुई, जिससे नाराज होकर उसने एक बार फिर ट्विटर किया कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन में बम है और बम थोड़ी दूर पटरी में है। मैं क्यों बताऊं। मेरी हेल्प तो किया नहीं, जाने दो लोगों की जाने। इंफॉर्मेशन क्यों दूं। इस टि्वटर के मिलने के बाद आरपीएफ और जीआरपी समेत रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बुधवार शाम को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में आरपीएफ, जीआरपी के साथ तोरवा पुलिस भी जांच में जुट गई ।जगदेव साहू के इस मैसेज को गंभीरता से लेते हुए डॉग स्कॉट और बम स्क्वाड के साथ बिलासपुर रेलवे स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर जांच शुरू कर दी गई। प्लेटफार्म पर एक सिरे से दूसरे सिरे तक तलाशी की गई यहां तक कि यात्रियों के सामान को खोल कर उनकी जांच तक की गई । काफी दूर तक पटरियों के पास भी जांच की गई लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। यहां तक कि पार्सल गोदाम, डाकघर प्लेटफार्म नंबर 8, सैलून साइडिंग पर खड़े रैक, पांच नंबर प्लेटफार्म के बाद नौ नंबर लाइन पर खड़ी खाली रैक की भी जांच की गई ।आर आर आई केबिन और झाड़ियों के इर्द-गिर्द भी पुलिस ने रात भर जांच की लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा । इसके बाद पुलिस समझ गई कि जगदेव साहू ने केवल रेलवे को परेशान करने के लिए यह टि्वटर किया है। उसने अपने ट्विटर में यह भी जिक्र किया था कि टिकट काउंटर पर उससे 5 रु अधिक लिए गए हैं। इसी तरह पानी के बोतल के लिए भी 5 रु अधिक लिए जाने से वह नाराज था। यहां तक कि गांव में बिजली नहीं होने और दूसरे विभागों की भी शिकायत वह लगातार करता रहा है। उसके टि्वटर अकाउंट के आधार पर पुलिस ने उसे तलाश लिया और बेमेतरा से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार होने के बाद जगदेव साहू के पिता ने भी बताया कि उसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं है और वह अक्सर इसी तरह की हरकतें किया करता है, लेकिन इतना तो है कि उसके ट्विटर बम ने कुछ घंटों के लिए ही सही रेलवे अधिकारियों के होश उड़ा दिए थे। साथ ही इस घटना ने यह भी खुलासा कर दिया है कि किस तरह टिकट बुकिंग काउंटर पर मौजूद कर्मचारी यात्रियों से दुर्व्यवहार करते हैं। इस पर भी नियंत्रण की आवश्यकता है।