
मोहम्मद नासिर
एक बार फिर पुलिस परिवार के आंदोलन की खबर से विभाग के कान खड़े हो गए। दरअसल शुक्रवार को एक दैनिक अखबार में छपी खबर के अनुसार अपनी मांगे पूरी न होने से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा पुलिस परिवार एक बार फिर से आंदोलन का मूड बना रहा है। इस खबर को बेबुनियाद और भ्रामक बताते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस परिवार के राकेश यादव ने शनिवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि असल में यह खबर भ्रामक है क्योंकि पुलिस परिवार किसी तरह के आंदोलन की तैयारी नहीं कर रहा। अलबत्ता फरवरी महीने में राजधानी रायपुर में पुलिस परिवार महासम्मेलन का आयोजन होना है, जिसे पुलिस परिवार का आंदोलन समझ लेने की गलती की गई है। इस संदर्भ में अपनी बातें रखते हुए पुलिस परिवार के सदस्यों ने कहा कि कुछ समय पहले पुलिस सुधार के साथ शिफ्ट ड्यूटी, वीकली ऑफ पेट्रोल, वाहन, मोबाइल, मकान , वर्दी आदि भत्ते के संदर्भ में पुलिस परिवार ने आंदोलन छेड़ा था ।लेकिन मौजूदा कांग्रेस सरकार ने स्वयं अपने वचन पत्र में इन सुधारों को करने का भरोसा दिलाया है। कहा गया है कि आगामी आम बजट में यह प्रावधान किए जाएंगे जिस पर भरोसा करते हुए पुलिस परिवार ने कहां कि राजधानी रायपुर में होने वाले पुलिस परिवार महासम्मेलन में जहां एक तरफ राज्य भर के पुलिस परिवार जुटेंगे, वही यहां सरकारी नुमाइंदों को भी आमंत्रित किया जाएगा जिन्हें एक बार फिर से अपनी मांगों से अवगत कराते हुए उनके समक्ष पुलिस परिवार के सदस्य अपनी बातें, व्यथा, सुझाव रखेंगे। साथ ही सरकारी नुमाइंदों से इस पर प्रतिक्रिया ली जाएगी। पिछले 1 साल में राज्य सरकार द्वारा पुलिस सुधार की दिशा में कुछ पहल अवश्य की गई है लेकिन अभी कई मांगे लंबित हैं। उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में वे मांगे भी मान ली जाएगी। पुलिस परिवार के सदस्यों ने न सिर्फ मीडिया के सामने स्थिति स्पष्ट की बल्कि पुलिस महानिदेशक, गुप्त वार्ता विभाग और मुख्यमंत्री, गृहमंत्री को भी ज्ञापन देकर स्पष्ट किया है कि पुलिस परिवार आंदोलन का कोई विचार नहीं है। एक अखबार द्वारा केवल पुलिस महासम्मेलन को लेकर भ्रम उत्पन्न किया गया है। पुलिस परिवार महासम्मेलन पुलिस परिवार आंदोलन नहीं है इसी धारणा को यहां स्पष्ट किया गया।
