
आलोक
एक दिन पहले जिस व्यक्ति की लाश सकरी बाईपास राइस मिल के पास मिली थी उसकी पत्नी ने अपने परिजनों और समर्थकों के साथ मिलकर शुक्रवार को सिम्स का घेराव कर दिया। बुधवार को सुबह अपने घर से निकले संबलपुरी सकरी निवासी राधेश्याम साहू की लाश गुरुवार सुबह सकरी बाईपास के पास मिली थी ।जिसके बाद उसकी पत्नी लता साहू के साथ परिजनों ने शक जताया था कि राधेश्याम साहू की हत्या गांव के ही सोहन यादव मोहन यादव रघु यादव और उनके रिश्तेदारों ने की है, क्योंकि इन्होंने ही उसके जेठ की भी हत्या 4 साल पहले की थी और इस मामले में जेल से छूटने के बाद से लगातार वे साहू परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस मामले में मृतक के परिजनों ने गुरुवार को पहले तो सकरी बाईपास पर चक्का जाम किया फिर दोपहर में कलेक्ट्रेट का घेराव किया और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सिम्स का घेराव कर दिया। मृतक की पत्नी लता साहू ने आरोप लगाया कि उनके ही सामने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर देवेंद्र के पास किसी का फोन आया था जिसके बाद उनके हावभाव बदल गए।
असल में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि राधेश्याम साहू की मौत हार्ट फेल होने से हुई है लेकिन उसकी पत्नी यह मानने को तैयार ही नहीं है। मृतक की पत्नी लता साहू का दावा है कि मृतक के सर और अन्य अंगों पर चोट के निशान थे। गांव के जिन लोगों पर उन्हें संदेह है वहां स्निफर डॉग भी गया था लेकिन पुलिस और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर मिलीभगत कर मामले को सामान्य मौत बता कर रफा-दफा करने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए मृतक राधेश्याम साहू का पोस्टमार्टम किसी और डॉक्टर से कराने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने सिम्स का घेराव कर दिया ।राधेश्याम साहू के बड़े भाई पूर्व पंच थे इसलिए परिवार का राजनीतिक विरासत है और उनके पास समर्थकों की भी बड़ी संख्या है इसलिए लगातार धरना प्रदर्शन चक्का जाम कर पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि नहीं हुई है जिस पर परिजनों को यकीन ही नहीं है यही कारण है कि यह मामला लगातार उलझता जा रहा है।
