
प्रवीर भट्टाचार्य
शिक्षा के अधिकार को वंचित, शोषित, सर्वहारा वर्ग तक पहुंचाने की अनोखी मुहिम को सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है ।बिलासपुर की छात्रा सीमा वर्मा का उद्देश्य भले ही विशाल हो लेकिन वह इसके लिए आम लोगों से केवल एक रुपये ही लेती है। यही कारण है कि इस मुहिम की पहचान ही एक रुपए से है । इस दौर में एक रुपए से भला क्या होता है ? लेकिन बूंद बूंद से सागर भरने की ठान चुकी सीमा वर्मा लगातार अपने प्रयासों से निर्धन परिवारों के बच्चों को शिक्षा दिलाने में इसी एक रुपये के सहयोग से अहम योगदान दे रही है । अब तक सीमा वर्मा को अलग अलग विभाग ,संस्थानों और समितियों का समर्थन मिला है, जिनकी मदद से सीमा वर्मा ने सैकड़ों बच्चों तक मदद पहुंचाई है।
अब ट्रांसजेंडर वर्ग ने भी उन्हें अपना समर्थन प्रदान किया है । हिंदू मान्यताओं में किन्नर को अर्धनारीश्वर का रूप माना गया है ।इसी वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली तालापारा की लाली सोनी, शिवानी जान, ऋषिका ,लक्ष्मी ने सीमा वर्मा को एक एक रुपए का सहयोग कर अपना समर्थन व्यक्त किया। इस अवसर पर लाली सोनी ने कहा कि सबको समान शिक्षा का अधिकार है। सबको एक जैसे जीवन जीने का भी हक है। अपनी परंपरा अनुसार किन्नर समाज की ने सीमा वर्मा और उनके इस अनूठे मुहिम को झोली भर भर कर आशीर्वाद भी दिया। इस दौरान सीमा वर्मा द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क ट्यूशन क्लास की भी मुक्त कंठ से सराहना की गयी।
