
शिवम सिंह राजपूत
रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ग्रामीण से ठगों ने करीब 4 लाख 76000 रु ठग लिया। कोटा नवा गांव निवासी अजय सिंह कोर्राम बीएससी पास बेरोजगार है, जिनकी मुलाकात कुछ समय पहले चोर भट्टी निवासी मोती लाल यादव और दीनदयाल कॉलोनी बिलासपुर निवासी अब्दुल्ल जाकिर जिलानी के साथ हुई थी । दोनों ने छत्तीसगढ़ मंत्रालय मैं खुद को अधिकारी बताते हुए अजय सिंह को ईस्टर्न रेलवे कोलकाता में इलेक्ट्रीशियन के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5 लाख रुपये की मांग की। अजय ने कहा कि नौकरी लगने के बाद वो पैसे दे देगा । जिसपर मोती लाल यादव ने उससे ₹40,000 यह कह कर ले लिए कि उसे जल्द ही जॉइनिंग लेटर दे दी जाएगी। अपने दोस्त से पैसे उधार लेकर अजय ने रिश्वत की पहली किस्त के रूप में ₹40,000 दे दिए। इस बीच दोनों ठगों ने अजय को बताया कि 4 फरवरी 2019 को ईस्टर्न रेलवे रिक्वायरमेंट कोलकाता में उसकी नियुक्ति हो गई है और 14 फरवरी 2019 को जॉइनिंग लेटर मिल जाएगा इसके बाद उन्होंने अजय को एक्सिस बैंक का खाता नंबर दिया जिसमें रिश्वत की रकम डालने की बात कही। 4 फरवरी 2019 को अजय कोर्राम ने अपनी जमीन गिरवी रख कर करीब ₹76,000 उसके बाद कभी 20,000,वकभी 60,000 ,80, 000 और ₹2 लाख की रकम अब्दुल जिलानी के खाते में जमा कराया। इस तरह वह कुल ₹4 लाख 75,900 मोती लाल यादव और अब्दुल जाकिर जिलानी को दे चुका था। लेकिन दोनों ने उसे जो जोइनिंग लेटर दिया था फर्जी निकला। इसके बाद जब अजय कोर्राम ने दोनों ठगों से पैसा वापस करने की बात कही तो दोनों जल्द ही पैसा लौटाने की बात कहकर उसे घुमाने लगे। दबाव बनाने पर दोनों ने स्टाम्प पेपर में लिख कर देने का भी भरोसा दिलाया, लेकिन रकम नहीं लौटाई। खुद के ठगे जाने का एहसास होने पर अजय सिंह कोर्राम ने कोटा थाने में मोती लाल यादव और अब्दुल जाकिर जिलानी के खिलाफ नौकरी लगाने के नाम पर करीब पौने 5 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है। अक्सर रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ग्रामीणों को को इसी तरह से शातिर ठग अपना शिकार बनाते हैं । अगर पुलिस सही तरीके से जांच करें तो मुमकिन है कि इस बात का खुलासा हो जाए की इन शातिर ठगों ने और भी किन-किन बेरोजगार युवकों को अपना शिकार बनाया है। इस मामले में कोटा पुलिस ने दोनों आरोपियों में से एक चोर भट्टी निवासी मोती लाल यादव को गिरफ्तार कर लिया है जिस से पूछताछ की जा रही है
