


इस युग में जो जन्मे है, जिन्होंने रामलला के मंदिर को संपूर्ण होते देखा है,वे सभी सौभाग्यशाली हैं, लेकिन वे परम सौभाग्यशाली हैं जिन्हें साक्षात रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित होने का अवसर मिला। इन्हीं में से एक है बिलासपुर के सरकंडा पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर और अखिल भारतीय धर्म समाज समिति छत्तीसगढ़ के प्रमुख आचार्य दिनेश चंद्र महाराज, जिन्होंने साक्षात अपनी आंखों से इस अवसर को देखा। बुधवार को उनके साथ स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती, श्री कृष्ण आश्रम, गढ़ मुक्तेश्वर यूपी के महाराज भी अयोध्या की यात्रा संपूर्ण कर विमान से रायपुर और फिर सड़क मार्ग से बिलासपुर पहुंचे । रास्ते भर दोनों संतों का पुष्प हार और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर तिफरा काली मंदिर , फ्लाई ओवर,महामाया चौक आदि स्थानों पर संतों का अभूतपूर्व स्वागत हुआ।

अपने अनुभव साझा करने स्वामी सर्वेश्वरानंद महाराज और आचार्य दिनेश चंद्र जी ने पत्रकार वार्ता की, उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के साथ ही देश में राम राज्य की स्थापना हो गई है। देश में जिस तरह से खुशी और उल्लास का वातावरण है, ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया। अयोध्या में 22 जनवरी को जाति, भाषा, वैभव आदि भेद मिट गये। देश के ख्यातिलब्ध कलाकारों, खिलाड़ियों गायको और अन्य सेलिब्रिटी जितना ही सम्मान संतो को भी दिया गया। सब पर आकाश से पुष्प वर्षा की गई। इस अवसर को अपनी आंखों से देखने से बड़ा सौभाग्य कोई दूसरा नहीं। आचार्य दिनेश चंद्र महाराज ने कहा कि इस दर्शन से उनका जीवन धन्य हो गया। विशेष बात यह है कि अयोध्या में रामलला के मंदिर में भी पूजा करने का सौभाग्य दिनेश चंद्र महाराज को प्राप्त हुआ। स्वामी सर्वेश्वर आनंद महाराज ने कहा कि इस शुभ अवसर पर भी जो मीनमेख निकाल रहे हैं, वे सब अभागे है, जो राम कृपा से वंचित है। राम राज्य में भी ऐसे कुटिल लोग थे और आज भी है।

पत्रकारों से चर्चा के दौरान आचार्य दिनेश चंद्र महाराज ने बताया कि यह उनका परम सौभाग्य है कि 1990 में भी उन्हें अयोध्या में कार सेवक के रूप में अपनी सेवा देने का अवसर मिला था और वे उन विरले लोगों में है जिन्हें रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में भी आमंत्रित किया गया। संतों ने बताया कि जैसे ही रामलला की छवि के अद्भुत दर्शन हुए खुशी से उनका मन झूम उठा लेकिन आंखों से अश्रुधारा बह निकली। ऐसा अनुभव जीवन में पहले कभी नहीं हुआ था। 500 साल बाद यह शुभ दिन आया है इसीलिए देश भर में हर्षोल्लास के वातावरण है। आचार्य दिनेश चंद्र महाराज ने जोर देते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी को ही जाता है क्योंकि अगर वे नहीं होते तो यह मंदिर इतना भव्य नहीं बनता। भारतीय जनता पार्टी के पास चाहे दो सीट रही या फिर 303 से अधिक, वह कभी भी राम मंदिर के मुद्दे से पीछे नहीं हटी और आज उन्होंने अपना संकल्प पूरा किया।

जगह-जगह हुआ संतों का स्वागत
रायपुर से सड़क मार्ग से बिलासपुर पहुंचने पर स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती महाराज और आचार्य दिनेश चंद्र जी महाराज का जगह-जगह फूल माला, पुष्प वर्षा, आतिशबाजी और आरती कर स्वागत किया गया। इसी क्रम में तिफरा काली मंदिर में जय वंदे मातरम संगठन परिवार की ओर से पुष्प वर्षा कर उनका सत्कार किया गया। शहर में उनके स्वागत में बाइक रैली निकाली गई। आचार्य द्वय का स्वागत करने वालों में जय वंदे मातरम संगठन बिलासपुर जिले के दीपक खंडेलवाल, हर्षवर्धन अग्रवाल ,दीपक सोनी, किशोर पंजवानी ,अध्यक्ष राजू सलूजा,, प्रदेश संयोजक राजेंद्र सिंह, दीपक सोनी, डॉ विनोद तिवारी अनिल यादव, आकाश यादव, गोपाल कश्यप ,किशोर पंजवानी ,दुष्यंत सिंह, देवेंद्र मिश्रा , हर्षवर्धन अग्रवाल , पुष्पेंद्र सिंह, सोहन गुप्ता, तरुण सरोज , अभिषेक यादव ,संदीप यादव,मुकेश वर्मा, उमेश साहू, योगेन्द्र ठाकुर, प्रदीप पासी,जयप्रकाश राजपूत, भुनेशवर यादव, गौरव दुबे, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धा श्रद्धालुओ ने उनका स्वागत किया। इससे पहले दीपक खंडेलवाल और नीतू ने रायपुर एयरपोर्ट में पहुंचकर फूलमाला से उनका स्वागत किया ।
