
पाखंजुर/बिप्लब कुण्डू
पखांजुर मुख्यालय से करीबन 20 किलोमीटर दूर प्रतापपुर के कोटरी नदी से खनिज विभाग के बिना अनुमति के रेत उत्खनन कर ट्रैक्टर में भरकर किये जा रहा परिवहन।ऐसे में खनिज की रायल्टी पर खुलेआम रसूकदार डाका डाल रहे है।खनिज विभाग द्वारा ऐसे लोगो के खिलाफ कार्यवाही नही हो रही है।वही प्रतिदिन 100 से ज्यादा ट्रैक्टर में रेत कोटरी नदी से भर कर ट्रैक्टर मालिको द्वारा परिवहन किये जा रहा है।
नदी से रेत उत्खनन के लिए खनिज विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है।खनिज विभाग के अनुमति के बाद ही रेत का खनन किये जा सकता है।कोटरी नदी से रेत खनन के लिए न तो राजस्व विभाग की और से अनुमति लिया गया,न ही खनिज विभाग की और से छूट मिली है।ऐसे में रोजाना 100 से अधिक ट्रैक्टर भर कर रेत नदी से उठाया जा रहा है।नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए लेबरों द्वारा रोजाना रेत उठाये जा रहा है।रेत हो या मुरम सबसे पहले रायल्टी राशि विभाग में जमा करना होता है।रायल्टी के आधार पर ही वाहन पर राशि की कटौती की जाती है।ऐसे में रसूखदार के दबाव में न तो राजस्व विभाग की और से रेत खनन पर रोक लगाये जा रहा है,न ही खनिज विभाग कार्यवाही करने की हिम्मत जुटा पा रहा है।ऐसे में रेत खनन की रायल्टी की खुलेआम चोरी हो रही है वही शासन को प्रतिदिन लाखो का नुकसान उठाना पर रहा है।दोनों विभाग की आलाधिकारी की और से कार्यवाही के नाम पर कन्नी काटा जा रहा है।
प्रतापपुर सरपंच राजाराम कोमरा ने कहा है कि अभी अभी तो मैं सरपंच बनकर आया इस के लिए सरपंच बनने के पहले कोई बार शिकायत कर चुका हूं पर कुछ नही हुआ अब में लिखित शिकायत जिले के खनिज विभाग से करूँगा इस प्रकार के अवैध उत्खनन पर रोक लगाऊंगा।
वही पखांजुर तहसीलदार शेखर मिश्रा से इस विषय मे चर्चा करने पर उनका कहना है कि बीते कुछ दिन पूर्व हमने कार्यवाही कर 11 गाड़ियों को जप्त कर लाये थे और सबका जुर्माना किये यदि फिर से वही कार्य पुनः किये जा रहे तो फिर मैं मौके पर जाकर कार्यवाही करूँगा।
