नशीले पदार्थों का जखीरा बरामद करने में एक बार फिर बिलासपुर पुलिस कामयाब हुई है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और सिविल लाइन की संयुक्त कार्यवाही में करीब ढाई लाख रुपए की सामग्री जप्त की गई है। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लगातार नशीले पदार्थों के खिलाफ जारी कार्यवाही के तहत अलग-अलग स्थानों पर रेड कर भारी मात्रा में नाइट्रा टेबलेट, नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए ।
पुलिस को खबर मिली थी कि मिनी बस्ती जरहाभाटा में रहने वाली पल्लवी जांगड़े चंदेला नगर में किराए का मकान लेकर अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ मिलकर नशीले टेबलेट और इंजेक्शन बेच रही है। पुलिस ने बताए गए ठिकाने पर छापा मारा तो चंदेला नगर के मकान नंबर एमआईजी B 87 में 3 संदेही मिले, जिनका नाम पल्लवी जांगरे और संजू टंडन था। इनके साथ एक नाबालिग साथी भी मिला। पल्लवी के कब्जे से 8000 नग नशीले टेबलेट, संजू टंडन के कब्जे से रेक्सोजेसीक एम्पुल 455 नग और नाबालिक के कब्जे से 308 नग नशीले इंजेक्शन मिले। इनके पास बिक्री की रकम भी ₹27,000 भी मिली। पुलिस ने इनसे दो मोबाइल भी जप्त किया है। बरामद मशरुका की कुल कीमत 1 लाख 27 हज़ार 490 रु है।
वहीं दूसरी कार्यवाही मिनी बस्ती जरहाभाटा में की गई, जहां पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिला अपने घर से नशीले पदार्थ बेचने का कारोबार कर रही है। कारवाही में एक नाबालिग युवती हाथ लगी, जो मिनी बस्ती में रहती है। उसका एक नाबालिक साथी भी हाथ लगा है। घर की तलाशी लेने पर नाबालिक लड़के के कब्जे से करीब 4500 नग नशीले टेबलेट और नाबालिक लड़की के कब्जे से 460 नग नशीले इंजेक्शन मिले हैं। इनके पास से एक मोबाइल भी पुलिस ने जप्त किया है। जप्त मशरुका की कीमत ₹1 लाख 14 हज़ार 904 है। इन सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। इन दोनों कार्यवाही में करीब ढाई लाख रुपए के नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं, जिनका बाजार मूल्य करीब 6 लाख 50 हज़ार रुपये है। बताया जा रहा है कि एंटी क्राइम यूनिट इसी तरह भविष्य में भी नशे के कारोबार के खिलाफ लगातार कार्यवाही करेगी।