पुलिस मुख्यालय एवं रेंज मुख्यालय के निर्देश पर जिले में स्थाई वारंट की तामीली के लिए विशेष अभियान चलाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर के निर्देशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर व ग्रामीण के नेतृत्व में वारंट तामीली के लिए चलाए गए विशेष अभियान में सभी राजपत्रित अधिकारीगण व थाना-चौकी प्रभारी व उनकी टीम ने 48 घंटों में कुल 107 वारंट तामिल किए।
इस अभियान में सर्वाधिक 13 वारंटी थाना सिरगिट्टी के द्वारा तामिल की गई इसके अलावा थाना सरकंडा व थाना चकरभाठा ने 12 , थाना रतनपुर 11,थाना तखतपुर 09 , थाना सिविल लाइन व कोटा , थाना कोतवाली 07 , थाना सीपत 06 , थाना बिल्हा व चौकी बेलगहना 05, थाना हैर्री, कोनी व मस्तूरी 03, थाना पचपेड़ी व तोरवा के द्वारा 01 वारंट तामिल किया है।
इस अभियान के तहत जिला कोंडागांव के 17 साल पुराने एक्सीडेंट के मामले के आरोपी को पकड़ा गया इसी प्रकार थाना तखतपुर के 9 साल पुराने एक्सीलेंट के प्रकरण के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, तखतपुर के ही 498 के मामले का आरोपी 5 साल बाद पकड़ा गया ।
इस विशेष अभियान के तहत 9 साल से फ़रार मारपीट के स्थायी वारंट को सरकंडा पुलिस ने तमिल किया। वहीं आबकारी एक्ट,एनडीपीएस एक्ट सहित अन्य मामलों के स्थाई व गिरफ़्तारी वारंटी तामिल किए गए है। जिले में अनुविभाग स्तर पर राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में वारंटियों की धरपकड़ हेतु थाना-चौकी प्रभारी व उनकी पुलिस की टीम लगी हुई थी। लम्बे समय से फरार आरोपियों के अपराध में संलग्न होने से न्यायालय द्वारा वारंट जारी किये जाने से कई शातिर वारंटी अपनी पहचान छिपाकर सीमावर्ती जिलों में रहने लगे थे। इस दौरान बिलासपुर पुलिस द्वारा 3 वारंटी जो वर्तमान में रायपुर ज़िले के निवासरत थे उन्हें भी वारंट तमिल किए गए तथा एक वारंटी कोंडागांव जिले का गिरफ्तार किया ।
वारंट तमिली पश्चात् वारंटियों का मुलाहिजा के कर सभी को माननीय न्यायालय में पेश किया गया।