

इन दिनों एक छत्तीसगढ़ी फिल्म आई है, जिसकी विषय वस्तु ही यह है कि प्यार के झांसे में पड़कर कोई नाबालिक से विवाह न करें क्योंकि छत्तीसगढ़ में इस तरह की समस्या व्यापक है। एक बार फिर ऐसे ही मामले में 23 वर्षीय युवक गिरफ्तार किया गया है।
कोनी थाना क्षेत्र में रहने वाली नाबालिक किशोरी इसी साल जुलाई महीने में अचानक गायब हो गई। परिजनों ने आशंका जताई कि कोई उसे बहलाफुसला कर अपने साथ भगा ले गया है। तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत बालिका की तलाश जारी रखी। इसी दौरान उसे जानकारी हुई कि गायब बालिका एक युवक के साथ गुजरात में है। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम गुजरात रवाना हुई जहां वही गायब बालिका ग्राम निरतु निवासी 23 वर्षीय सुबोध मधुकर के साथ बरामद हुई। पता चला कि सुबोध उसे प्रेम और शादी का झांसा देकर अपने साथ गुजरात ले गया था, जहां दोनों पति-पत्नी की तरह रह रहे थे इसीलिए सुबोध ने उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए थे । पुलिस ने सुबोध को अपहरण और बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सुबोध को यह लग रहा था कि वह तो अपनी प्रेमिका के साथ विवाह कर चैन की जिंदगी गुजर रहा है । और ऐसा सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि उसे इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि नाबालिग लड़की के साथ विवाह करना या उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना गैरकानूनी है। उसके खिलाफ अपहरण और बलात्कार के अलावा पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।
