

बिलासपुर। व्हीलचेयर फेंसिंग के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हरिहर सिंह राजपूत सूरत स्टेशन में चोरी और पुलिसिया लापरवाही का शिकार हो गए। थाईलैंड में आयोजित व्हीलचेयर फेंसिंग वर्ल्डकप से लौटने के बाद वे अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस (12833) से बिलासपुर आ रहे थे। इसी दौरान सूरत स्टेशन पर सुबह करीब 4 बजे उनके बैग पर हाथ साफ कर दिया गया। बैग में वीज़ा, पासपोर्ट, महत्वपूर्ण प्रमाणपत्र, यूरो करेंसी और लगभग 10 हजार रुपए नकद रखे थे।
5 घंटे तक जीआरपी ने लगाया चक्कर
दिव्यांग कोच में यात्रा कर रहे हरिहर जब नींद खुलने पर बैग गायब मिला, तो वे तुरंत सूरत जीआरपी थाने पहुंचे। लेकिन सहायता मिलने के बजाय उन्हें आधार कार्ड की फोटोकॉपी लाने भेज दिया गया। कई बार आने-जाने के बावजूद शिकायत नहीं ली गई और सुबह 8 बजे तक टालमटोल चलता रहा। लगभग 5 घंटे बाद, शिफ्ट बदलने पर नए जवान ने उनकी पीड़ा सुनी, मदद की और शिकायत दर्ज की।
हरिहर ने बताया कि कुछ जवानों ने असंवेदनशीलता दिखाई, जबकि शिफ्ट में आए दूसरे जवान ने भारत के लिए खेलने पर गर्व जताते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कराई।
सीसीटीवी में दिखा चोरी करता व्यक्ति, फिर भी आरोपी फरार
शिकायत दर्ज होने के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। एक व्यक्ति हरिहर का बैग लेकर स्टेशन से बाहर जाते हुए कैमरे में दिखाई दिया, लेकिन शुरुआती देरी के कारण चोर को पकड़ा नहीं जा सका। हरिहर का कहना है कि यदि सुबह 4 बजे ही फुटेज देखा जाता, तो आरोपी निश्चित रूप से हाथ लग जाता।
16 घंटे स्टेशन में फंसे रहे खिलाड़ी
शिकायत दर्ज होने और जांच की औपचारिकताओं में विलंब के चलते हरिहर करीब 16 घंटे तक सूरत स्टेशन में बैठे रहे। बाद में दूसरी ट्रेन से वे बिलासपुर के लिए रवाना हुए।
पृष्ठभूमि
बिलासपुर के सरकंडा अटल आवास निवासी हरिहर सिंह राजपूत फरवरी से गांधीनगर स्थित साई सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनका चयन 17 नवंबर को थाईलैंड में आयोजित व्हीलचेयर फेंसिंग वर्ल्डकप के लिए हुआ था। इसी बीच बिलासपुर में उनके परिजनों के साथ मारपीट की जानकारी मिलने पर वे तत्काल घर लौट रहे थे।
हरिहर ने घटना का वीडियो व्हाट्सऐप ग्रुपों में साझा कर मदद की गुहार भी लगाई।
