

बिलासपुर। नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहादत वर्ष को समर्पित शहीदी सप्ताह का आयोजन गुरुद्वारा श्री गुरूसिंह सभा, दयालबंद में अतिशय श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। 21 नवंबर से आरंभ हुआ विशेष दीवान 25 नवंबर तक चलेगा, जिसमें देशभर से आए प्रसिद्ध रागी और कथा वाचक संगत को सत्संग, शब्द कीर्तन और कथा द्वारा निहाल कर रहे हैं।
देशभर से पहुंचे रागी-कथा वाचक संगत को कर रहे निहाल
इस विशेष दीवान श्रृंखला में दरबार साहिब, अमृतसर से हजूरी रागी जत्था भाई साहिब भाई सुखवंत सिंह जी,
चंडीगढ़ से प्रसिद्ध कथा प्रचारक भाई साहिब भाई अमरीक सिंह जी,
दयालबंद गुरुद्वारा के हजूरी रागी भाई साहिब भाई मनिंदर सिंह जी,
और हेड ग्रंथी एवं कथा वाचक भाई साहिब ज्ञानी मान सिंह बडला जी कीर्तन व कथा सेवा में लगे हुए हैं।

शनिवार प्रातः 7:15 बजे से 10:15 बजे तक आसा दी वार का संपूर्ण पाठ, कथा एवं शब्द-विचार हुआ। इसके बाद दोपहर 11:00 बजे से 4:30 बजे तक संगत द्वारा श्लोक महला 9 का पाठ लड़ीवार रूप में किया गया।
शाम का दीवान 6:50 से 9:30 बजे तक चला।
24 नवंबर को सुबह-शाम विशेष दीवान

24 नवंबर के दीवान इस प्रकार रहेंगे:
- सुबह का दीवान: 7:30 से 9:15 बजे
- शाम का दीवान: 7:00 से 9:15 बजे
शाम का मुख्य दीवान गुरुद्वारा श्री कलगीधर, 27 खोली में सजाया जाएगा।
शहीदी सिमरन बाइक रैली 24 नवंबर को
शहीदी सप्ताह के अंतर्गत 24 नवंबर सोमवार को विशेष शहीदी सिमरन बाइक रैली निकाली जाएगी।
समय – शाम 4:00 बजे
ड्रेस कोड –
- पुरुष: सफेद पोशाक + केसरी पगड़ी
- महिलाएँ: सफेद सूट + केसरी चुन्नी
रैली गुरुद्वारा दयालबंद से प्रारंभ होकर गुरुनानक चौक, रेलवे काली मंदिर चौक, जगमल चौक, गांधी चौक, तारबाहर चौक, सीएमडी कॉलेज चौक, अग्रसेन चौक, सत्यम टॉकीज चौक, पुराना बस स्टैंड, तेलीपारा रोड, गोलबाजार, सदरबाजार, देवकीनंदन चौक, नेहरू चौक, गुरु तेग बहादुर चौक होते हुए गुरुद्वारा श्री कलगीधर, 27 खोली तक जाएगी।

सभी गुरुद्वारा कमेटियाँ मिलकर कर रही हैं व्यवस्थाएँ
आयोजन की तैयारियों में—
- गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दयालबंद,
- गुरुद्वारा श्री कलगीधर 27 खोली कमेटी,
- सेंट्रल गुरुद्वारा गोंडपारा कमेटी,
- तथा बिलासपुर के सभी गुरुद्वारों की कमेटियाँ और पंजाबी समाज की संस्थाएँ
सक्रिय रूप से सहयोग कर रही हैं।
शहीदी सप्ताह के दौरान लगातार होने वाले शब्द-कीर्तन, पंथ प्रचार और सेवाभाव के कार्यक्रमों से शहर का धार्मिक वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।
