मस्तूरी सीएचसी में बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण में लापरवाही, सीएमएचओ ने बीएमओ और बीपीएम को जारी किया कारण बताओ नोटिस

बिलासपुर।
मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। सीएमएचओ डॉ. शुभा गरेवाल ने सीएचसी मस्तूरी के बीएमओ डॉ. अनिल कुमार और बीपीएम भूपेंद्र देवांगन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल की जिम्मेदारी संभाल रही एजेंसी इनवारों केयर के मैनेजर को भी तलब कर कड़ी चेतावनी दी गई है।

छत और रैंप पर फेंका जा रहा था मेडिकल वेस्ट
स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान निकलने वाला प्लेसेंटा, खून से सने कपड़े, ड्रेसिंग में उपयोग होने वाले संक्रमित गज-बैंडेज और अन्य बायोमेडिकल अपशिष्ट जमीन में गड्ढा खोदकर निस्तारित करने के बजाय अस्पताल की छत और रैंप पर फेंके जा रहे थे। इससे उठने वाली दुर्गंध से मरीज, उनके परिजन और अस्पताल का स्टाफ दिनों से परेशान था। मामले की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ।

सीएमएचओ के निर्देश पर तुरंत सफाई
शुक्रवार सुबह खबर सामने आने के बाद सीएमएचओ ने बीएमओ डॉ. अनिल कुमार को फोन कर तत्काल छत और रैंप से सभी मेडिकल अपशिष्ट हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद वेस्ट को हटाकर छत व रैंप पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर सफाई कराई गई।

एजेंसी को भी चेतावनी
इनवारों केयर की ओर से बायोमेडिकल वेस्ट उठाने का काम बीच-बीच में रोकने की शिकायत मिली थी। सीएमएचओ ने मैनेजर को तलब कर कहा कि भुगतान समय-समय पर किया जा रहा है, ऐसे में सरकारी कार्य में बाधा डालना उचित नहीं। आगे ऐसा नहीं करने की कड़ी चेतावनी दी गई।

सीएमएचओ ने अस्पताल प्रबंधन को नियमित सफाई व्यवस्था बनाए रखने और बायोमेडिकल वेस्ट के सुरक्षित निस्तारण के निर्देश दिए हैं। इस घटना के बाद स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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