


कार्तिक मास के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ तेलुगू महासंघम ने तोरवा स्थित रेलवे परिसर के श्री कोदंडा रामालयम मंदिर एवं रामलीला मैदान में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया। तेलुगु महासंघम के संरक्षक, रेलवे क्षेत्र के पूर्व पार्षद और कोरबा विधानसभा प्रभारी वी रामा राव ने बताया कि दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार कार्तिक मास में प्रतिदिन भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व होता है। इसी श्रृंखला में सोमवार को आयोजित इस दीपोत्सव ने धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक रंग और सामाजिक एकजुटता का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।

पूजा-अर्चना और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि श्रीनिवास पटनायक, मेयर पूजा विधानी तथा महासंघम के संरक्षक वी. रामा राव ने भगवान शंकर की पूजा-अर्चना व दीप प्रज्ज्वलन करके की। मंदिर परिसर में पूरे विधि-विधान से की गई पूजा के बाद सैकड़ों भक्तों ने मिलकर कार्यक्रम को धार्मिक गरिमा प्रदान की।
756 भक्तों ने जलाए 2500 दीप, बना अद्वितीय दृश्य

शाम करीब 6:30 बजे, मंदिर परिसर और रामलीला मैदान में एक साथ 756 भक्तों द्वारा 2500 दीप प्रज्ज्वलित किए गए। दीपों की पंक्तियों से सजा पूरा परिसर मनोहारी प्रकाश से नहा उठा। परिसर की प्राकृतिक सुंदरता और भक्तिमय वातावरण ने दीपोत्सव को अविस्मरणीय बना दिया।
रंगोली प्रतियोगिता में सी. गीता रहीं अव्वल
कार्यक्रम के तहत दोपहर 3 बजे से रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। महिलाओं ने पारंपरिक और आधुनिक शैलियों को मिलाकर आकर्षक रंगोलियाँ बनाईं। निर्णायक मंडल द्वारा मूल्यांकन के बाद सी. गीता को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
500 सुहागिनों को फलदान, भक्तों को हलवा प्रसाद

दीपोत्सव के उपरांत महासंगम के संरक्षक पूर्व पार्षद एवं कोरबा विधानसभा प्रभारी वी. रामा राव तथा व्ही हेमलता द्वारा लगभग 500 विवाहित महिलाओं को फलदान दिया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक रीति से भगवान शिव—पार्वती के समक्ष मंगलकामनाएँ कीं। कार्यक्रम में आए सभी भक्तों को हलवा प्रसाद वितरित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कई पदाधिकारियों का योगदान
भव्य आयोजन की सफलता में महासंगम के अनेक पदाधिकारियों और सदस्यों का विशेष योगदान रहा। इनमें
बी. वेणुगोपाल राव, आर. मनोरथ बाबू, कोषाध्यक्ष एन. रमना मूर्ति, सी. नवीन कुमार, पी. श्रीनिवास राव, जी. काशी राव, टी. रमेश बाबू, एन. लोकेश, यू. मुरली राव, पी. चंद्रबाबू, आर. राम कुमार, डी. गणेश, ए. के. नायडू व आर. प्रसाद राव प्रमुख रूप से शामिल रहे।

कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने कार्तिक मास की परंपराओं को सामूहिक रूप से निभाने के लिए तेलुगू महासंगम के प्रति आभार व्यक्त किया। दीपोत्सव ने न केवल धार्मिक उत्साह बढ़ाया, बल्कि समुदाय को एक सूत्र में बाँधने का भी विशेष कार्य किया।

