

बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रविवार शाम एक शर्मनाक घटना सामने आई, जहां लाइन में पदस्थ एक आरक्षक ने कॉलोनी में साइकिल चला रही नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ की। पीड़िता द्वारा घटना की जानकारी लाइन में मौजूद मददगार और फिर अपनी मां को देने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी आरक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
साइकिल चला रही बच्ची को देख रहा था नशे में धुत आरक्षक
घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित पुलिस मैदान के पास की है। नाबालिग बच्ची रोज की तरह रविवार शाम अपने घर के समीप साइकिल चला रही थी। उसी दौरान लाइन में पदस्थ आरक्षक दिलीप रौतिया, जो कथित रूप से नशे में था, बच्ची को काफी देर तक घूरता रहा। कुछ देर बाद वह बच्ची के पास पहुँचा और छेड़खानी करने लगा।
पीड़िता ने घबराकर वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन आरक्षक उसका पीछा करते हुए फिर छेड़खानी करने लगा।
पीड़िता ने मददगार को बताई पूरी बात, आरक्षक को भगाया गया
घटना के बाद बच्ची सीधे लाइन में ही मौजूद मददगार के पास पहुँची और उसने पूरी घटना बताई। मददगार ने तत्काल आरोपी आरक्षक को वहां से भगाया और बच्ची को घर जाने की सलाह दी।
घर पहुँचकर नाबालिग ने पूरी बात अपनी मां को बताई। परिजन बिना देरी किए बच्ची को साथ लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज, आरोपी गिरफ्तार
शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी आरक्षक दिलीप रौतिया के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर देर शाम न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।
इस घटना ने कॉलोनी में रहने वाले लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की कड़ी जांच हो और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाबालिगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
