

सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगला चौक स्थित स्क्वायर फीट टाइल्स दुकान में हुई बड़ी चोरी का खुलासा बिलासपुर पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर कर दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नगदी रकम, मोबाइल फोन, कपड़े, बैग सहित कुल ₹3.55 लाख की संपत्ति बरामद की है।

यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू. (सायबर सेल) एवं थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
🔹 घटना का विवरण
दिनांक 30 अक्टूबर 2025 की सुबह मंगला चौक स्थित स्क्वायर फीट टाइल्स दुकान के संचालक सत्यजीत राजनकर ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि 29 अक्टूबर की रात दुकान बंद करने के बाद अज्ञात चोरों ने छत उखाड़कर दुकान में प्रवेश किया और तिजोरी में रखी ₹5,80,000 की नगदी रकम चोरी कर ले गए।
मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच प्रारंभ की और तकनीकी व फिजिकल दोनों स्तरों पर काम शुरू किया।
🔹 सीसीटीवी फुटेज और सायबर टीम की भूमिका
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एसीसीयू और थाना सिविल लाइन की टीम ने शहर व अन्य जिलों के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
फुटेज के आधार पर संदिग्धों की गतिविधियों की पहचान हुई। सायबर सेल द्वारा प्राप्त तकनीकी इनपुट के बाद पुलिस टीम ने संदिग्धों की लोकेशन देवास (म.प्र.) में पाई।
🔹 गिरफ्तार आरोपी
- सोमू उर्फ अनुज कश्यप, पिता कृष्ण कुमार कश्यप, उम्र 23 वर्ष, निवासी राधाकृष्ण मंदिर के पास, तोरवा, बिलासपुर।
- आर्यन शुक्ला, पिता उमेश शुक्ला, उम्र 22 वर्ष, निवासी बाबू जगजीवन वार्ड नंबर 21, कटनी (म.प्र.)।
दोनों को देवास में स्थानीय पुलिस की मदद से घेराबंदी कर पकड़ा गया।
🔹 बरामद संपत्ति
- नगदी रकम ₹1,97,000/-
- चोरी की रकम से खरीदे गए दो आईफोन व चार्जर (कीमत ₹1,30,000/-)
- जूता, बैग और कपड़े (कीमत ₹28,000/-)
- कुल मूल्य ₹3,55,000/-
- साथ ही चोरी में प्रयुक्त पेचकस, प्लास, स्कूटी तथा टूटा हुआ तिजोरी का ताला भी जप्त किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में अपराध करना स्वीकार किया है और बाकी रकम खर्च कर देना बताया है।
🔹 पुलिस टीम को मिली सफलता
इस कार्रवाई में सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक अजहरउद्दीन, विवेचक सउनि चंद्रकांत डहरिया, आरक्षक विकास श्रीवास, तथा एसीसीयू के आरक्षक निखिल जाधव व वीरेन्द्र गंधर्व की प्रमुख भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेंद्र जायसवाल, श्री अनुज कुमार (एसीसीयू) और नगर पुलिस अधीक्षक श्री निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में टीम ने यह सफलता हासिल की।
दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
