

नृसिंह भगवान के आचार्य जी ने बताया धनतेरस का शुभ मुहूर्त कल
बिलासपुर हाँफा बघर्रा पाठ भगवान नृसिंह नाथ देव मंदिर के आचार्य धनेश उपाध्याय जी ने बताया की धनतेरस हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण त्रयोदशी 18 अक्तूबर आज शनिवार को दोपहर 12:20 बजे प्रारंभ होगी, जिसका समापन 19 अक्तूबर, रविवार को
दोपहर 01:52 मिनट पर होगा इसलिए हम सबको 18 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07:16 बजे से रात 08:20 बजे तक रहेगा ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:43 बजे से सुबह 05:33 शाम तक धनतेरस रहेगा और सौभाग्यशाली खरीदारी पर ज़ोर देती है और समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए सोना, चाँदी, नए बर्तन झाड़ू और नमक और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ खरीदने की सलाह दी जाती है। इसके विपरीत, नकारात्मक ऊर्जा से बचने और सौभाग्य सुनिश्चित करने के लिए नुकीली वस्तुएँ, लोहे की वस्तुएँ और टूटी हुई वस्तुएँ खरीदने से सख्त मना किया जाता है
नृसिंह भगवान के आचार्य जी ने बताया धनतेरस का शुभ मुहूर्त
बघर्रा पाठ भगवान नृसिंह नाथ देव मंदिर के आचार्य धनेश उपाध्याय जी ने बताया की दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन को अत्यंत शुभ माना जाता है यह दिन विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा के लिए समर्पित होता है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन किए गए धार्मिक कर्म, पूजा और खरीदारी विशेष रूप से फलदायी माने जाते हैं धनतेरस हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण त्रयोदशी 18 अक्तूबर आज शनिवार को दोपहर 12:20 बजे प्रारंभ होगी, जिसका समापन 19 अक्तूबर, रविवार को
दोपहर 01:52 मिनट पर होगा। धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07:16 बजे से रात 08:20 बजे तक रहेगा ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:43 बजे से सुबह 05:33 शाम तक धनतेरस रहेगा और सौभाग्यशाली खरीदारी पर ज़ोर देती है और समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए सोना, चाँदी, नए बर्तन झाड़ू और नमक और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ खरीदने की सलाह दी जाती है। इसके विपरीत, नकारात्मक ऊर्जा से बचने और सौभाग्य सुनिश्चित करने के लिए नुकीली वस्तुएँ, लोहे की वस्तुएँ और टूटी हुई वस्तुएँ खरीदने से सख्त मना किया जाता है
