

बिलासपुर। जवाली नाला के किनारे सरकारी जमीन पर हुए कब्जे को लेकर फिर से विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत कर बेशकीमती भूमि पर अवैध निर्माण करा लिया था। शिकायत के बाद नगर निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर एक्सीवेटर की मदद से अवैध रूप से बनाई गई बाउंड्रीवॉल को ढहा दिया।
जानकारी के अनुसार, यह जमीन पहले भी अतिक्रमण को लेकर विवादों में रही है। निगम द्वारा पूर्व में यहां से अवैध निर्माण हटाया गया था। इसके बावजूद दोबारा बाउंड्रीवॉल खड़ी कर दी गई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि वनक परिवार ने सड़क तक दीवार बना ली थी, जिस पर काछी परिवार ने आपत्ति जताई और एमआईसी सदस्य बंधु मौर्य से शिकायत की।
शिकायत मिलते ही नगर निगम अमला सक्रिय हुआ और तत्काल कार्रवाई करते हुए बाउंड्रीवॉल को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि यह सरकारी जमीन है और इस पर किसी भी तरह का निजी निर्माण पूरी तरह गैरकानूनी है। भविष्य में इस तरह के मामलों में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एमआईसी सदस्य बंधु मौर्य ने कहा कि वर्तमान में इस जमीन पर काछी परिवार का कब्जा है, जबकि वनक परिवार ने अवैध रूप से बाउंड्रीवॉल खड़ी कर दी थी। शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर दीवार हटवाई गई है। वहीं, जोन कमिश्नर प्रवेश कश्यप ने बताया कि यहां पहले भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हो चुकी है। अब जमीन की स्थिति की जांच कर स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
नगर निगम ने साफ कहा है कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह की कब्जेदारी या निजी निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
