


बिलासपुर। सूर्य उपासना के महापर्व छठ की तैयारियां बिलासपुर में पारंपरिक उल्लास और श्रद्धा के साथ शुरू हो गई हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहर का प्रसिद्ध बिलासपुर छठ घाट भव्य आयोजन का साक्षी बनेगा। इस बार का आयोजन विशेष रहेगा क्योंकि पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच, भोजपुरी समाज और सहजानंद समाज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहा यह महापर्व सिल्वर जुबली वर्ष में प्रवेश कर रहा है।

आयोजन की तैयारियों को लेकर रविवार को छठ घाट परिसर में समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें पदाधिकारियों और सदस्यों ने आयोजन के संचालन को लेकर विस्तृत चर्चा की। बैठक में छठ पूजा संचालन समिति का गठन किया गया, जिसके प्रमुख के रूप में प्रवीण झा, डॉ. धर्मेंद्र कुमार दास, अभय नारायण राय, सुधीर झा और बी.एन. ओझा को नियुक्त किया गया है। आगामी दिनों में आयोजन के संचालन से जुड़ी विभिन्न जिम्मेदारियों का विभाजन किया जाएगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 12 अक्टूबर, रविवार को सुबह 11:50 बजे विधिवत पूजा-अनुष्ठान के साथ छठ पूजा कार्यालय का शुभारंभ किया जाएगा। इसके बाद आयोजन से जुड़ी जिम्मेदारियां सभी सदस्यों में बांटी जाएंगी। इस अवसर पर घाट की साफ-सफाई, रंग-रोगन और अन्य व्यवस्थाओं को भी गति देने का निर्णय लिया गया। समिति ने बताया कि प्रशासनिक सहयोग से पूरे आयोजन को व्यवस्थित और श्रद्धापूर्ण स्वरूप देने के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है।
इस वर्ष छठ महापर्व का शुभारंभ 25 अक्टूबर को नहाय-खाय से होगा, 26 अक्टूबर को खरना का प्रसाद तैयार किया जाएगा, 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य अर्पित किया जाएगा तथा 28 अक्टूबर को उदित सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा।

बैठक में डॉ. धर्मेंद्र कुमार दास ने कहा कि बिलासपुर की पहचान बन चुके छठ पर्व के संचालन की जिम्मेदारी इस बार छठ पूजा संचालन समिति को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य बिना किसी पद या स्वार्थ के भाव के साथ इस महापर्व को सफल और भव्य बनाने के लिए समर्पित हैं। वहीं प्रवीण झा ने सभी समाजजनों से एकजुट होकर आयोजन को यादगार बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

इस अहम बैठक में प्रवीण झा, डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार दास, अभय नारायण राय, सुधीर कुमार झा, गणेश गिरी, विजय ओझा, लव कुमार ओझा, मनोज केडिया, सीएम सिंह , संजय सिंह, रोशन सिंह , ए के कंठ , प्रशांत सिंह, रामप्रताप सिंह, विनोद कुशवाहा, जेपी सिंह , राम जन्म विश्वकर्मा, विनोद पांडे, संतोष ओझा, सुभाष तिवारी, सत्येंद्र पांडे, बी एन ओझा, डी एस पांडे, विजय दुबे, बिहारी लाल चौधरी, बबलू कश्यप, संतोष कुमार राय ,बी एन दुबे, आरपी सिंह, पुरुषोत्तम पांडे, रजत कुमार ,अमित सिंह, चंदन सिंह, रामबली गुप्ता, धनंजय झा, राम गोस्वामी, सतीश सिंह, अशोक कुमार झा, दिलीप कुमार चौधरी, शंकर कुमार , हरिओम दुबे, रविंद्र कुशवाहा, जुगल किशोर झा, जय नाथ झा, विनोद सिंह, धीरज झा, दिलीप श्रीवास, राजीव गिरी, शैलेंद्र सिंह राजपूत, भारत भूषण, अरविंद शुक्ला, विद्यानंद झा, अक्ष झा, कौशल किशोर झा, अभिलाष झा, चितरंजन कुमार यादव, विशाल श्रीवास, मनोज श्रीवास, रमेश श्रीवास, अनिल सिंह, अमरकांत, राहुल सिंह, सुरेश सिंह, हर्ष सिंह, हर्ष झा ,रामदेव राहुल शर्मा, श्री राम सिंह, रिंकू दुबे, पुरुषोत्तम पांडे संतोष सिंह ललितेश्वर सिंह कमलेश सिंह, डॉक्टर कुमुद रंजन सिंह आदि उपस्थित थे।

सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि इस वर्ष छठ महापर्व को श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक एकता का प्रतीक बनाते हुए, बिलासपुर की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई दी जाएगी।
