


पत्नी की जानकारी के बगैर उसके नाम से बैंक से 12 लाख रुपए का लोन निकालने वाले आरोपी पति को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने विद्या नगर डिपू पारा में रहने वाले शंकर लाल गुप्ता को गिरफ्तार किया है।नई दिल्ली के रणजीत नगर साउथ पटेल नगर हनुमान चौक में रहने वाली रत्ना गुप्ता का साल 2012 में डीपू पारा बिलासपुर में रहने वाले शंकर लाल गुप्ता के साथ विवाह हुआ था। दोनों के बीच अनबन हुई तो पिछले करीब 8 साल से दोनों अलग-अलग रह रहे हैं। अभी 2 महीने पहले जब रत्ना गुप्ता एक्सिस बैंक गुड़गांव शाखा में लोन लेने पहुंची तो उन्हें पता चला कि उनके नाम से पहले ही आईसीआईसीआई बैंक शाखा व्यापार विहार बिलासपुर में 12 लाख का लोन है। इसमें उनके पति मुख्य आवेदक है और वह सह आवेदक है। महिला पिछले 2 साल से कभी बिलासपुर भी नहीं आई।
महिला ने बैंक में इसकी शिकायत की लेकिन बैंक अधिकारियों ने सहयोग नहीं किया, जिसके बाद महिला ने धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में कर दी। जांच में पता चला कि रत्ना गुप्ता के पति शंकर लाल गुप्ता ने पत्नी का फर्जी हस्ताक्षर कर और फर्जी फोटो लगाकर बैंक से लोन हासिल किया था। बैंक से मिले दस्तावेजों से यह बात साबित हो चुकी है। शंकर लाल गुप्ता पेशे से सीए है और जगदलपुर, रायपुर में काम करता है। यह धोखाधड़ी 18 जून 2021 में की गई है जबकि दोनों पिछले 8 वर्षों से अलग-अलग रह रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने सीए पति शंकर लाल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है।