


बिलासपुर में धूमधाम से दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जा रहा है। आयोजन कर्ता अलग-अलग थीम पर पंडालो को भव्य साज सज्जा देने में व्यस्त है और इसी बीच बिलासपुर नगर निगम ने प्रतिमा विसर्जन की तैयारी भी आरम्भ कर दी है।
बिलासपुर में प्रमुख रूप से पचरी घाट , शिव घाट और छठ घाट पर प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। यहां विगत दिनों गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया जिसके अवशेष अब भी छठ घाट पर यहां वहां बिखरे पड़े हैं। इस बीच नगर निगम ने यहां प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त करने की कोशिश तेज कर दी है।

विसर्जन के समय पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था हो इसके लिए एक बार फिर से यहां लगे प्रकाश व्यवस्था की जांच कर नए एलईडी लगाये जा रहे हैं। हालांकि अब तक नदी से गणेश प्रतिमाओं के अवशेष निकालने का काम पूरा नहीं हुआ है। अब भी नदी में प्रतिमाओं के अवशेष बड़ी संख्या में मौजूद है। साथ ही घाट भी पूरी तरह से गंदा नजर आ रहा है। पिछले दिनों एसईसीएल द्वारा छठ घाट की साफ सफाई की गई, इसके बावजूद घाट पूरी तरह से साफ नहीं है। सामुदायिक भवन के पास नदी से निकाले अवशेष अब भी मौजूद है, तो वही नदी का तट पूरी तरह से गंदा नजर आ रहा है। घाट पर भी यहां- वहां गणेश प्रतिमाओं के अवशेष देखे जा सकते हैं। बेहतर होगा कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन से पहले उनकी सफाई कर ली जाए।

फिलहाल ब्रिज के नीचे के कुछ स्थान को साफ किया गया है, हालांकि बड़ी संख्या में विशालकाय दुर्गा प्रतिमाओं के पहुंचने पर छठ घाट के अलग-अलग हिस्सों में प्रतिमाओं का विसर्जन करना होगा, इसके लिए तैयारी को और गति देनी होगी। नदी से अगर प्रतिमाओं के अवशेष ना भी निकाले जाए तो भी कम से कम सीढ़ियों के पास की साफ सफाई जरूरी है , ताकि घाट पर पहुंचने के बाद पूजा अर्चना आरती की जा सके।
छठ की तैयारी आरम्भ
इस वर्ष 2 अक्टूबर विजयादशमी से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन आरंभ होगा जो हर वर्ष की भांति दो-तीन दिनों तक जारी रहेगा । इसी बीच छठ घाट पर छठ की तैयारी भी आरंभ हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस वर्ष 5 अक्टूबर से छठ घाट पर छठ कार्यालय का शुभारंभ हो जाएगा, जिसके साथ ही घाट की साफ सफाई आरंभ कर दी जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद ही बिलासपुर नगर निगम नदी में मौजूद दुर्गा और गणेश प्रतिमाओं के अवशेषों को एक साथ निकाल कर छठ घाट से उन्हें हटाएगा। शायद इसी दौरान घाट पर यहां वहां बिखरे पड़े अवशेषों को भी हटाया जाएगा।

दुर्गा विसर्जन के दौरान छठ घाट पर प्रकाश व्यवस्था के साथ गोताखोर और सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी जिसे लेकर तैयारी आरंभ कर दी गई है। क्योंकि इस वर्ष 27 अक्टूबर को छठ पर्व मनाया जाएगा। उससे पहले घाट की पूर्ण सफाई आवश्यक है। इस बीच दीपावली भी है। दीपावली तक उम्मीद की जा रही है कि छठ घाट की सफाई पूरी कर ली जाएगी और नदी में मौजूद प्रतिमाओं के अवशेष यहां से पूरी तरह हटा लिए जाएंगे।

