

बिलासपुर। पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस रविवार को एक बड़े हादसे से बाल-बाल बची। जयरामनगर स्टेशन के पास ट्रैक पर लोहे का रॉड और रेल पात ले जाने वाला संयंत्र पड़ा हुआ था। सतर्क लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने समय रहते ट्रेन रोककर सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली।
जानकारी के अनुसार, ट्रेन नंबर 12905 पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस बिलासपुर रेलवे स्टेशन से दोपहर करीब 4.30 बजे रवाना हुई थी। गतौरा पार करने के बाद जयरामनगर की ओर बढ़ते समय पोल नंबर 698/21 के सामने लोको पायलट आर.के. रविदास और सहायक लोको पायलट आई.बी. मौर्या की नजर ट्रैक पर पड़े लोहे के रॉड और संयंत्र पर पड़ी। उन्होंने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाया।
इसके बावजूद ट्रेन लोहे के टुकड़े से टकरा गई, जिससे ट्रेन का प्रेशर रिलीज हो गया और गाड़ी अचानक रुक गई। लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर ए.पी. अशोक तुरंत नीचे उतरे और ट्रैक पर पड़े रॉड व संयंत्र को हटाया। लगभग 20 मिनट की मशक्कत के बाद समस्या ठीक हुई और शाम 5.15 बजे ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
मामले की जांच में सामने आया कि मौके पर रेल लाइन का काम चल रहा था। काम खत्म होने के बाद रेल कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए सामान ट्रैक पर ही छोड़ दिया, जो गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता था।
यात्रियों ने लोको पायलट की सतर्कता की सराहना करते हुए कहा कि समय रहते ट्रेन रोकने से बड़ी त्रासदी टल गई।
