

बिलासपुर। शहर में ई-रिक्शा चालक बनकर लूटपाट करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। सरकंडा थाना क्षेत्र में बीते रविवार की शाम लोयला स्कूल रोड पर एक रिटायर्ड एडीओ से ई-रिक्शा चालक ने दवा खरीदने के बहाने 17 हजार रुपए लूट लिए। खास बात यह है कि इसी रिक्शा चालक ने एक माह पहले राजकिशोर नगर में रिटायर्ड प्राचार्य से सोने की चेन भी छीन ली थी। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दवा खरीदने निकले रिटायर्ड एडीओ को बनाया निशाना
राजकिशोर नगर निवासी रामाधार साहू, जो कृषि विभाग से एडीओ पद से रिटायर हो चुके हैं, 25 अगस्त की शाम करीब 6 बजे घर से दवा खरीदने मेडिकल स्टोर जा रहे थे। वे एक ई-रिक्शा में सवार होकर लोयला स्कूल रोड पहुंचे। स्वर्ण कॉम्प्लेक्स के पास चालक ने उनसे दवा की पर्ची मांगी और कहा कि वह उन्हें सस्ती दवा दिला देगा।
रामाधार साहू ने पर्ची निकालते समय जेब से पैसे भी बाहर निकाल लिए। इतने में चालक ने उन्हें नीचे उतरने को कहा और उनके हाथ से 17 हजार रुपए झपट लिए। पैसे छीनते ही वह ई-रिक्शा समेत फरार हो गया।
भागते समय समझदारी दिखाते हुए साहू ने रिक्शा का नंबर सीजी 10 बीजी 5970 नोट कर लिया और सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
एक माह पहले रिटायर्ड प्राचार्य की चेन भी लूटी
घटना की जांच में पता चला कि यही ई-रिक्शा चालक 14 जुलाई को भी राजकिशोर नगर हरि मॉडल स्कूल चौक के पास लूटपाट कर चुका है। उस दिन वहां रहने वाले रिटायर्ड प्रभारी प्राचार्य अमृत लाल गुप्ता मंदिर से लौट रहे थे।
रात करीब 8 बजे चालक ने गुप्ता से बातचीत करते हुए उनका स्वास्थ्य (शुगर व बीपी) पूछना शुरू किया और झांसा देकर उनके गले की सोने की चेन (कीमत लगभग 80 हजार रुपए) झपट ली थी।
26 अगस्त को जब अमृत लाल गुप्ता बाजार में सामान खरीदने गए, तब उन्होंने वही रिक्शा (सीजी 10 बीजी 5970) देखा। लेकिन जैसे ही चालक को भनक लगी, वह तेजी से वाहन लेकर भाग निकला।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी की तलाश तेज
सरकंडा पुलिस ने दोनों पीड़ितों की शिकायत पर लूट का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपी चालक की तलाश में जुटी है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि ई-रिक्शा में सफर करते समय अजनबी चालकों से अधिक बातचीत न करें, नकदी खुले में न निकालें और किसी तरह का संदिग्ध व्यवहार दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
यह घटना बताती है कि अब ई-रिक्शा चालक भी अपराध का नया जरिया बनते जा रहे हैं, और यात्रियों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
