

बिलासपुर (छ.ग.), 29 जुलाई 2025
थाना कोटा क्षेत्र के ग्राम सेमरिया में शासकीय कार्य में बाधा डालने, वन विभाग की टीम से मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने वाले फरार आरोपियों को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। ये सभी आरोपी एक लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार थे।
मामले का खुलासा उस समय हुआ जब दिनांक 01 जून 2025 को कोटा वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक देवांगन ने थाना कोटा में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, ग्राम सेमरिया में सागौन लकड़ी की अवैध तस्करी की सूचना पर वन विभाग की टीम ने छापामारी की कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान आरोपियों ने वन अधिकारियों से गाली-गलौच कर शासकीय कार्य में बाधा डाली, जान से मारने की धमकी दी और मारपीट की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमती अर्चना झा तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कोटा श्रीमती नूपुर उपाध्याय के मार्गदर्शन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
इस प्रकरण में पहले ही चार आरोपियों – दिनेश ध्रुव, नील कुमार घृतलहरे, भुरवा उर्फ अंधियार सिंह और शकुन बाई गोंड – को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है।
ताजा कार्रवाई में कोटा पुलिस ने शेष फरार आरोपियों –
- रामेश्वर बंजारे (35 वर्ष)
- प्रकाश मधुकर (24 वर्ष)
- पंकज खांडे (20 वर्ष)
- सनत मधुकर (37 वर्ष)
- धन्नू पाटले (36 वर्ष)
सभी निवासी ग्राम सेमरिया थाना कोटा – को गिरफ्तार कर लिया है।
उक्त आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.) की धाराएँ 121(1), 132, 221, 296, 351(2), 324(4), 191(2), 3(5) के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध है।
इस सफल कार्रवाई में निरीक्षक तोप सिंह नवरंग, प्रधान आरक्षक घनश्याम आडिल, आरक्षक जलेश्वर साहू एवं टीम का विशेष योगदान रहा।
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शासकीय कार्य में बाधा डालने और कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
