परलकोट क्षेत्र के अंतिम छोड़ में ठेकेदार द्वारा बच्चों से कड़ी धूप में कराई जा रही है तेंदुपत्ता उल्टाई का काम मामला ओरछा गांव का है–

पखांजुर से बिप्लब कुण्डू-

पखांजूर–
अधिनियमो की बात करे तो बाल श्रमिकों से मजदूरी करना कानूनी अपराध है।
तेंदूपत्ता ठेकेदार बाल श्रमिकों से खुले आम मजदूरी करवा रहे है कड़ी धूप में
छोटे बच्चों से करवा रहे तेन्दुपत्ता उल्टाई पलटाई का काम, कांकेर जिले की अंतिम छोड़ में बसे इरपनार के ओरछा गांव जहाँ तेन्दुपत्ता की तोड़ाई समाप्त हो गई है,अब ठेकेदार द्वारा नियमो का दर किनार कर बच्चो से कर रहे है काम,अभी पत्ता का सुखाई कर बोरे में भरने की प्रक्रिया चल रहा है जिसको लेकर बच्चो को सुखा पत्ता का उल्टाई का काम करवा रहे है कुछ दिन पूर्व पीव्ही 34 में भी इस प्रकार का नज़ारा देखने को मिला था कि बाल श्रमिकों द्वारा तेंदूपत्ता का कार्य कराए जा रहा था

जिसमे पखांजूर एसडीएम अंजोर सिंह पैकरा ने कहा था कि समिति के प्रबंधक व तेंदूपत्ता ठेकेदार,सरपंच से पूछ ताछ की जायेगी बाल श्रमिकों से मजदूरी कराए जाने पर श्रम पदाधिकारी को बुलाकर उचित कार्यवाही की जायेगी। पर आज तक उनपर कोई कार्यवाही नही हुई जिसका फायदा आज ओरछा गांव के ठेकेदार उठा रहा है।अंदुरिणी नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के चलते कोई अधिकारी द्वारा मोनिटरिंग नही किया जाता जिसका फायदा आज तेंदूपत्ता ठेकेदार द्वारा उठाई जा रही है।ऐसे बाल श्रमिकों से काम करना न्याय संगत नही इस पर जल्द से जल्द उचित कार्यवाही किये जाना चाहिए ताकि क्षेत्र में बाल श्रमिक से काम न कराकर उन्हें पढ़ने के लिए आगे लाया जाए उनके भविष्य बनाया जाय इस पर शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।

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