
शशि मिश्रा

बिलासपुर। विगत दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से सभी नदी नाले उफान पर है और इस दौरान लोगों के बहने की आशंका भी बनी हुई है। इसी बीच एक कार बह गई जिसमें मासूम के डूबने की आशंका जताई जा रही है। शक्तिदायी मंदिर दर्शन से लौट रहा एक परिवार तेज बहाव में फंस गया। गुरुवार रात करीब 8:30 बजे ग्राम खम्हरिया निवासी मोहनलाल साहू की वेगनआर कार झलमला स्थित तुंगन नाले के उफनाए पानी में बह गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन वर्षीय मासूम बच्चा लापता हो गया, जबकि बाकी आठ लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल आए।
मिली जानकारी के अनुसार, मोहनलाल साहू अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ शक्तिदायी मंदिर दर्शन कर वापस लौट रहे थे। कार में कुल नौ लोग सवार थे – दो पुरुष, दो महिलाएं और पांच बच्चे। जैसे ही वे तुंगन नाले के पुल पर पहुंचे, वहां करीब तीन फीट तक पानी बह रहा था। परिवार ने जोखिम उठाकर पानी पार करने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव में कार का संतुलन बिगड़ गया और वह करीब 60 फीट तक बह गई।
हादसे के बाद घबराए परिवार ने किसी तरह कार के दरवाजे खोले और तैरकर बाहर निकलने की कोशिश की। आठ लोग बाहर आ गए, लेकिन मोहनलाल का तीन साल का बेटा मां का हाथ छूटने पर बहते पानी में समा गया।
घटना की सूचना मिलते ही सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डायल 112 की मदद से तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन अंधेरा और तेज बहाव के कारण बच्चे को तलाशने में सफलता नहीं मिल सकी। आशंका है कि कार और बच्चा झलमला-सेलर एनीकट क्षेत्र के आसपास फंसे हो सकते हैं।
शुक्रवार सुबह एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान चलाएगी। इस घटना से पूरा गांव सदमे में है और लापता बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि नाले पर सुरक्षा इंतजाम और चेतावनी संकेत लगाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे टाले जा सकें।
गांव में मातम पसरा, परिजनों की बदहाली देख रो पड़े लोग
घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। मासूम की तलाश की खबर सुनते ही आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। लोग लगातार प्रशासन और पुलिस की मदद कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द बच्चे का पता लगाया जा सके।
