

बिलासपुर, 21 जून — सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब बिलासपुर जिले में सड़क हादसों के शिकार लोगों को 1.5 लाख रुपये तक का इलाज निशुल्क मिलेगा। जिले की पुलिस ने शुक्रवार शाम इस पहल की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक जिले के 24 अस्पतालों को इस योजना के तहत पंजीकृत किया गया है।
ये अस्पताल जिले के शहरी इलाकों के साथ-साथ कोटा, तखतपुर, बिल्हा, रतनपुर, गनियारी जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी स्थित हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
शामिल अस्पतालों की सूची
इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत प्रमुख अस्पतालों में शामिल हैं:
कम्युनिटी हेल्थ सेंटर: मस्तूरी, कोटा
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल: बिलासपुर
गजानन स्मृति चिकित्सालय
जन स्वास्थ्य सहयोग
खंडूजा ऑर्थो केयर हॉस्पिटल
स्पेशियिलिटी हॉस्पिटल
किम्स सुपर स्पेशलिटी
लालचंदा नी अस्पताल
लाइफ केयर
न्यू जनता हॉस्पिटल
रामकृष्ण केयर
संजीवनी हॉस्पिटल
श्रीराम केयर
शाह न्यूरो हॉस्पिटल
श्री विजय वंदना इंस्टीट्यूट
सुखम अरोग्यम
आरबी हॉस्पिटल
अंकुर ट्रामा सेंटर
अरपा मेडिसिटी
बर्न ट्रामा सेंटर
केयर एंड क्योर इत्यादि।
इन अस्पतालों में सड़क हादसे में घायल व्यक्ति का आरंभिक इलाज से लेकर गंभीर उपचार तक की सभी सेवाएं भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार नि:शुल्क दी जाएंगी।
राहवीर योजना के अंतर्गत मददगारों को मिलेगा सम्मान
भारत सरकार की ‘राहवीर योजना’ के अंतर्गत यदि कोई नागरिक सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में मदद करता है, तो उसे सम्मान स्वरूप ₹25,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य दुर्घटना स्थल पर तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए आम नागरिकों को प्रेरित करना है।
उद्देश्य और महत्त्व
इस योजना से न केवल घायल व्यक्ति को समय पर इलाज मिलेगा, बल्कि सड़क पर दुर्घटना देखने वाले लोगों को भी तुरंत सहायता देने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। यह पहल जिले में ‘गोल्डन ऑवर’ के सिद्धांत को लागू करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है, जिससे सैकड़ों जानें बचाई जा सकती हैं।
जिला प्रशासन और पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे सड़क दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करने में संकोच न करें, क्योंकि अब न केवल इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी, बल्कि मददगार को आर्थिक सम्मान भी मिलेगा।



