

बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्र में दर्ज दो अलग-अलग गुमशुदगी और अपहरण के मामलों में चकरभाठा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। “ऑपरेशन तलाश अभियान” के तहत की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने साइबर सेल की मदद से दो नाबालिक अपहृत बालिकाओं को अलग-अलग स्थानों से बरामद किया है। एक बालिका को पुणे (महाराष्ट्र) और दूसरी को गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) से सकुशल बरामद कर लिया गया है। दोनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- दिनेश दुबे उर्फ दऊवा, पिता – राधेलाल दुबे, उम्र – 20 वर्ष, निवासी – कोड़ापुरी पुल के पास, सकरी, बिलासपुर।
- शमीर नोनिया, पिता – लक्ष्मी प्रसाद नोनिया, उम्र – 22 वर्ष, निवासी – खरौद, थाना शिवरीनारायण, जिला जांजगीर चांपा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के निर्देश पर जिले में चलाए जा रहे “ऑपरेशन तलाश” अभियान के तहत सभी थानों को गुमशुदा बच्चों एवं व्यक्तियों की शीघ्र बरामदगी के सख्त निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनुज कुमार (ACCU) एवं नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा श्रीमती रश्मित कौर चावला के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उत्तम साहू के नेतृत्व में दो अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।
साइबर सेल की तकनीकी सहायता से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर एक टीम को पुणे और दूसरी को गाजियाबाद रवाना किया गया। दोनों टीमों ने अथक प्रयासों के बाद नाबालिक बालिकाओं को आरोपियों की हिरासत से सुरक्षित बरामद किया।
पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने नाबालिक बालिकाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कबूल की, जिसके आधार पर उनके विरुद्ध पॉक्सो एक्ट सहित अपहरण और बलात्कार की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही की गई। दोनों आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इस सफल अभियान में निरीक्षक उत्तम साहू, सहायक उपनिरीक्षक राधेलाल ध्रुवे, प्रधान आरक्षक अमर चन्द्रा, महिला प्रधान आरक्षक उर्मिला कुजूर, आरक्षक छोटेलाल पटेल एवं महिला आरक्षक प्रियंका सिंह की सराहनीय भूमिका रही।
बिलासपुर पुलिस की इस त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के प्रति विश्वास और भी सुदृढ़ हुआ है।
